भारत में जल्द शुरू होगा पहली इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

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नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच कोरोना के वैक्सीन का इंतज़ार कर रहे लोगो के लिए खुशखबरी है। हालांकि इस बीमार का कहर अब धीरे धीरे कम हो रहा है। देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर तमाम अफवाह को ख़त्म करते हुए भारत के स्वस्थ मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कि जल्द ही देश में इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन का आखिरी ट्रायल भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जायेगा।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत में अभी एक भी इंट्रानैजल कोरोना वैक्सीन का ट्रायल नहीं हो रहा है। लेकिन आने वाले समय में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया या भारत बायोटेक द्वारा मंजूरी मिलने के बाद इंट्रानैजल टीकों का क्लीनिकल ट्रायल किए जाने की संभावना है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की अंतिम चरण के ट्रायल में लगभग 30,000 से 40,000 लोग शामिल होते है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अभी भारत में कोई भी नासिका संबंधी टीके का परीक्षण नहीं चल रहा है। यह टीका सीधे नाक के जरिए लोगों को दिए जाते है।

रुसी वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी
भारत में रूस द्वारा बनाये गए कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी गई है। भारतीय दवा महानियंत्रक ने कोरोना वायरस के खिलाफ रूस वैक्सीन स्पुतनिक–5 को दूसरे एवं तीसरे ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी है। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज हैदराबाद ने इसकी जानकारी शनिवार को दी।