नई दिल्ली: देश आज अपने 74वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। आजादी के जश्न के बीच लाल किले पर सुरक्षा भी चाक चौबंद थी और जब बात प्रधानमंत्री के वहां पहुंचने की हो तो आला दर्जे के सुरक्षा के इंतज़ाम देखने को मिलते हैं।
DRDO-developed anti-drone system deployed near Red Fort today on #IndependenceDay. The system can detect and jam micro drones up to 3 kilometres and use laser to bring down a target up to 1-2.5 kilometres depending on the wattage of laser weapon. pic.twitter.com/uyraH5XNzF
— ANI (@ANI) August 15, 2020
इस बार लाल किले पर पीएम मोदी की सुरक्षा में एक खास एंटी ड्रोन सिस्टम को तैनात किया था। ये एक ऐसा ड्रोन है जो ढाई किलोमीटर तक निशाने को साध सकता है. इस बेहद खास ड्रोन को विकसित किया है रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने।
ये है ड्रोन की खासियत
- ये छोटे से छोटे ड्रोन को तीन किलोमीटर के दायरे में आने से रोकता है।
- जैमिंग के माध्यम से या लेजर-आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन से ड्रोन के इलेक्ट्रॉनिक्स को आने से रोकता है।
- लेजर हथियारों के वाट क्षमता के आधार पर तीन किलोमीटर तक के माइक्रो ड्रोन का पता लगा सकती है।
- ये एंटी ड्रोन एक से ढाई किलोमीटर के दायरे में लेजर की मदद से मार गिराने की क्षमता रखता है।
आत्मनिर्भर भारत पर दिया जोर
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कई घोषणाएं की। आत्मनिर्भर भारत’ को विश्व कल्याण के लिए भी जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी भी इस संकल्प से देश को नहीं डिगा सकती है। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने सातवें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में मोदी ने कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया।