भोपाल -21 जनवरी 2021
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि कांग्रेस शुरू से ही यह आरोप लगाती रही है कि शिवराज सरकार में मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर ट्रांसफर उद्योग चल रहा है।सुबह-शाम अधिकारियों के तबादले किये जा रहे हैं ,बड़ी लेनदेन की बातें सामने आ रही है और आज इस खुलासे के बाद की कोरोना के भीषण संकट काल में मात्र 303 दिन की सरकार ने 3 हज़ार से अधिक तबादले कर डाले ,उससे कांग्रेस के आरोपो की पुष्टि हो गई है।
सलूजा ने बताया कि एक तरफ जहाँ कोरोना महामारी के संकट काल में सभी काम रूके हुए थे वही शिवराज सरकार का तबादला उद्योग बदस्तूर जारी था।
आईएएस-आईपीएस अफसरों के केडर में 70% तक अधिकारियो के तबादले , 90% तक एसपी-कलेक्टर बदल दिए गए , इससे समझा जा सकता है कि शिवराज सरकार को अधिकारियों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं कर , सुबह-शाम तबादले कर जमकर वसूली की जा रही है।
सलूजा ने बताया कि शिवराज सरकार ने तबादला उद्योग में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है ,उसके लिए शिवराज सरकार का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होना चाहिए।अभी तो 3 हज़ार से अधिक तबादले ही हुए हैं , अभी उसके बाद भी 10 हज़ार से अधिक आवेदन पेंडिंग है , वहीं पेंडिंग आवेदनों की संख्या कुछ माह बाद 50 हजार के करीब पहुंचने की सम्भावना है , उसके बाद तो मध्य प्रदेश का नाम तबादला उद्योग में ब्रम्हाण्ड में भी शीर्ष पर आ जायेगा।
अब यह साबित हो चुका है कि कांग्रेस सरकार के समय तो वल्लभ भवन दलालों का अड्डा नहीं था लेकिन शिवराज सरकार के समय यह जरूर बन चुका है।एक-एक अधिकारी के सुबह-शाम तबादले किए जा रहे हैं ,जानबूझकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और बाद में दलालों के माध्यम से सेटिंग कर पदस्थापना की जा रही है।इसलिये कोरोना के नाम पर प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का भी प्रवेश वल्लभ भवन में रोक दिया गया है जिससे इस दलाली का
खुलासा ना हो सके।
नरेंद्र सलूजा