कांग्रेस का भगवान राम विरोधी चेहरा देश व प्रदेश की जनता ने कई बार देखा है। हमने देखा है कि किस प्रकार उन्होंने भगवान राम के मंदिर का विरोध किया , राम मंदिर के निर्माण में लगातार बाधा पहुंचाई ,रामसेतु को काल्पनिक बताया , झूठे शपथ पत्र दिए और उनके नेताओं ने किस प्रकार अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर मंदिर के स्थान पर अस्पताल व अन्य निर्माण किये जाने के कई बार बयान दिए , बाबरी मस्जिद के दोबारा निर्माण का संकल्प लिया।
हमने यह भी देखा है कि इंडी गठबंधन के लोगों ने किस प्रकार सनातन धर्म को डेंगू ,मलेरिया , कोरोनावायरस और एचआईवी पॉजिटिव तक बताया ,इसे नष्ट करने की बात तक कहीं और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कर्नाटक के मंत्री पुत्र प्रियंक खरगे ने भी उदय निधि स्टालिन व एक के राजा के इस तरह के बयानों का समर्थन किया। हमने यह भी देखा कि पूरी कांग्रेस इस मामले में मौन रही , किसी ने भी सनातन धर्म को नष्ट करने वाले इन बयानों का विरोध तक नहीं किया। मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ जी से लेकर दिग्विजय सिंह तक सभी कांग्रेस के नेता इस मामले में मौन रहे।
भगवान राम का लगातार विरोध करने वाली कांग्रेस का राम विरोधी चेहरा लगातार सामने आ रहा है।
हमने देखा कि जब देश की 130 करोड़ जनता 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलीला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि घोषित होने पर हर्ष व्यक्त कर रही है , उसको लेकर देश भर में ,प्रदेश भर में होर्डिग लगे हैं तो हमने यह भी देखा कि कांग्रेस ने उसकी चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज करवा दी कि भगवान राम के मंदिर के और महाकाल लोक के होर्डिंग तत्काल हटाये जावे।
इस शिकायत से कांग्रेस का राम विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। हमने यह भी देखा कि कांग्रेस के मीडिया प्रमुख अपने बयान में बाबरी मस्जिद को शहीद बता रहे है। कांग्रेस यहां पर ही नहीं रुक रही है। अब खंडवा के कांग्रेस प्रत्याशी कुंदन मालवीय की सभा में बेहद आपत्तिजनक तरीके से “सियापति हनुमान की जय” के नारे लग रहे हैं। आश्चर्यजनक है कि तमाम कांग्रेस के नेता मंच पर मौजूद रहते हैं लेकिन इस तरह के नारों पर कोई भी आपत्ति दर्ज नहीं करता है ,कोई भी इसके लिए मंच से माफी भी नहीं मांगता है।
इस तरह के नारो को लगाकर कांग्रेस ने यह बता दिया है कि वो भगवान राम विरोधी है।इस तरह के नारों से न सिर्फ उन्होंने भगवान राम का अपमान किया है , अपितु माता सीता का भी अपमान किया है , पवन पुत्र हनुमान का भी अपमान किया है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस अपने तुष्टीकरण के एजेंट पर वापस लौट आई है। भाजपा शुरू से ही कहती आयी है कि कांग्रेस की तीन गारंटी है तुष्टीकरण ,परिवारवाद और भ्रष्टाचार। ऐसा लगता है की कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति के कारण कांग्रेस के नेताओं ने जानबूझकर इस तरह के नारे लगाए है।
भाजपा खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ जी से सवाल करती है कि वह यह बताएं क्या इस तरह के नारों से वह सहमत है , क्या यह उचित है…? क्या इस तरह के नारों के बाद वह अपने कांग्रेस के प्रत्याशी और कांग्रेस के नेताओं पर कार्रवाई करेंगे…? इस तरह के नारों से प्रदेश की जनता की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। क्या इसको लेकर कमलनाथ जी , दिग्विजय सिंह जी प्रदेश की जनता से माफ़ी मांगेंगे ..?
वहीं हमने सोशल मीडिया पर वायरल एक अन्य वीडियो में देखा कि किस प्रकार खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी एक वर्ग विशेष की सभा में खुलेआम कहते हैं कि जिस दिन कांग्रेस की सरकार मध्य प्रदेश में बनेगी ,उसी दिन हम खरगोन दंगे की जांच के आदेश जारी करवायेंगे , पुलिस अधिकारियों को छोड़ेंगे नहीं , टेंशन देने का है टेंशन लेने का नहीं…वही सोशल मीडिया पर एक अन्य वायरल वीडियो में हमने देखा कि खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी की सुपुत्री खरगोन में फिलिस्तीन के समर्थन में 2 मिनट का मौन रखवा रही है।
इससे कांग्रेस का तुष्टिकरण का चेहरा उजागर हो रहा है , अब खरगोन में फिलीस्तीन के समर्थन में मौन , कहाँ तक उचित है और जिस प्रकार की भाषा खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी ने कही है , निश्चित तौर पर वह बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने तुष्टीकरण के चलते इस तरह की बात कही है , उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस तरह की बात कह कर धमकाया है।
हम इन दोनों वीडियो और खंडवा के कांग्रेस प्रत्याशी के मंच पर लगे सियापति हनुमान की जय वाले वीडियो को चुनाव आयोग को भेजकर , इसके आधार पर कांग्रेस के प्रत्याशियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। कांग्रेस चुनाव में वोट की खातिर ढोंग करने का काम कर रही लेकिन उनके इस ढोंग की पोल खुल चुकी है। उनकी असलियत सामने आ चुकी है। इस अवसर पर प्रदेश मीडिया सह प्रभारी श्री दीपक जैन , प्रवक्ता आलोक दुबे भी उपस्थित थे।