भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि आज भाजपा ने 28 उपचुनाव वाले क्षेत्रों के लिए 28 संकल्प पत्र जारी किए हैं, इन संकल्प पत्रों के मुख्य पृष्ठ से ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो गायब है। वह ज्योतिरादित्य सिंधिया, जिन्हें अभी तक भाजपा अपना मुख्य चेहरा बता रही थी, चाॅकलेटी चेहरा बता रही थी। उन्हें स्थान भी मिला है तो अतिरिक्त पेज पर ? यह सही है कि भाजपा में उनका थोड़ा सम्मान बढ़ा है पहले स्टार प्रचारकों की सूची में उन्हें दस नंबरी बनाया गया था, अब इस संकल्प पत्र की सूची में उन्हें नौ नंबरी बनाया गया है। कैलाश विजयवर्गीय के बाद उन्हें स्थान दिया गया है, नंदकुमार चैहान, प्रभात झा, गोपाल भार्गव जैसे नेताओं के साथ स्थान देकर यह बताया गया कि भाजपा में उनका कितना सम्मान है ?
सलूजा ने बताया कि जिन सिंधिया के बारे में भाजपा कहती थी कि वह दूल्हा हैं, उनके चेहरे की बदौलत कांग्रेस की मध्य प्रदेश में सरकार बनी, ग्वालियर -चंबल में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस उनके चेहरे की बदौलत जीती, उन्हीं सिंधिया को आज भाजपा ने गायब कर बता दिया है कि उसकी नजर में भी सिंधिया जी का कितना सम्मान है और उनकी चुनाव में कितनी उपयोगिता है? केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर पहले ही कह चुके हैं कि सिंधिया को भाजपा की रीति- नीति में ढलने में अभी समय लगेगा। जो सिंधिया कांग्रेस छोड़ने की वजह अपना मान सम्मान बताते थे, आज भाजपा में उनकी कितनी दुर्गति हो गई है। पहले भाजपा ने अपने प्रचार रथ से उनका फोटो गायब किया, फिर स्टार प्रचारकों की सूची में उनका दसवें नंबर पर नाम शामिल किया, फिर 30 लोगों की स्टार प्रचारकों की सूची में उनके एक भी समर्थक को शामिल नहीं किया और अब संकल्प पत्र के मुख्य पृष्ठ से उनका फोटो गायब किया और शामिल भी किया तो तीसरे पेज में 9 नंबरी के रूप में। इससे यह साबित होता है कि भारतीय जनता पार्टी अभी तक सिंधिया को पचा नहीं पायी है और पार्टी में उनकी कोई उपयोगिता नहीं है, कोई सम्मान नहीं है यह आज इस संकल्प पत्र के माध्यम से एक बार फिर साबित हो गया है।
इसके साथ ही घोषणावीर के रूप में कुख्यात हो चुके शिवराज की वजह से घोषणा पत्र का नाम बदलकर भाजपा कभी दृष्टि पत्र, कभी संकल्प पत्र बताती है। आज जारी संकल्प पत्र में भी किसानों के खातों में 6 माह में 27 हजार करोड़ रूपये डालने का झूठ परोसा गया है, संबल योजना के नाम पर भी झूठ परोसा गया है, फसल बीमा योजना को लेकर भी मिथ्या प्रचार किया गया है एवं जिस कर्जमाफी का वचन कथित तौर पर सिंधिया पूरा कराने के लिए भाजपा में गये थे, उस कर्जमाफी के मुददे का भी इसमें कोई जिक्र नहीं है। मानवता के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा ने कोरोना वेैक्सीन को भी चुनावी मुददा बना दिया एवं जिस वैकसीन पर हर भारतवासी का अधिकार है, उस कोरोना वैक्सीन को संकल्प पत्र में डालकर घृणित राजनीति का एक उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। कुल मिलाकर यह संकल्प पत्र झूठ का पुलिंदा है।