Nag Panchami 2021: मध्य रात्रि में खुले नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, देखें वीडियो

Ayushi
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ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के कल रात 12.20 बजे खोले गए। महानिर्वाणी अखाड़े के साधु संत तथा मंदिर प्रशासक ने भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना की। ये पट साल में एक बार ही खोले जाते हैं। हर साल यहां भारी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन इस साल कोरोना को देखते हुए भक्तों को भगवान के दर्शन ऑनलाइन करना होने।

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मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर इस साल रोक है। बता दे, भक्तों को शुक्रवार मध्यरात्रि 12 बजे तक भगवान नागचंद्रेश्वर के इंटरनेट माध्यमों पर आनलाइन दर्शन होंगे। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर के बाहर मेगा स्क्रीन भी लगाई जाएगी।

भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा –

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मान्यताओं के अनुसार, नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की जाती है। ऐसे में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात पट खुलने पर प्रथम पूजा के बाद आज दोपहर 12 बजे शासकीय पूजा होगी। उसके बाद रात 12 बजे आरती होगी और फ‍िर बंद कर दिए जाएंगे पट। बताया जा रहा है कि शाम 7.30 बजे भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद महाकाल मंदिर के पुजारी, पुरोहित मंदिर समिति की ओर से पूजन करेंगे। वहीं आज रात 12 बजे आरती के उपरांत एक साल के लिए पुन: मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। बता दे, नागपंचमी की पूर्व रात को भगवान महाकाल को भी शेषनाग रूप में सजाया गया। ऐसे में बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु मंदिर दर्शनों के लिए पहुंचे।

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घरों में होगा नागदेवता का पूजन

नागपंचमी पर मालवा की लोकपरंपरा अनुसार घरों में भी नाग देवता का पूजन होगा। प्रशासन ने नागपंचमी पर सपेरों को सांप पकड़ कर शहर में लाने तथा नागों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा करते पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।