भोपाल। मध्य प्रदेश में फिलहाल नगरीय निकाय चुनावनहीं होंगे। दरअसल, विशेषज्ञों की सलाह और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के हालातों की समीक्षा के बाद फैसला हुआ। बता दें कि, एमपी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने हाई कोर्ट में जवाब दिया है। EC ने कोर्ट में कहा कि नगरीय निकाय चुनाव कराने का फैसला अभी नहीं लिया गया है। जब तक कोरोना वायरस की तीसरी लहर की स्थिति साफ नहीं होगी तब तक चुनाव नहीं होंगे। जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट में जवाब पेश किया है।
इस पर HC ने सुझाव दिया है कि निर्वाचन प्रक्रिया में कोरोना संक्रमण से बचाव की प्राथमिकता रखी जाए। साथ ही याचिकाकर्ता ने तीसरी लहर की आशंकाओं के तहत निकाय चुनाव पर रोक लगाने मांग उठाई थी। चुनाव आयोग के जवाब के बाद HC ने याचिका का निराकरण किया है। हालांकि पहले मध्य प्रदेश में जल्द ही नगरीय निकाय के चुनाव होने की उम्मीद जताई जा रही थी। बताया जा रहा है कि महापौर और अध्यक्ष के चुनाव इस बार अप्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे।
साथ ही इसे लेकर मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कहा कि नगरीय निकायों के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से ही कराएं। यानी नगर निगमों में महापौर तथा नगर पालिकाओं के अध्यक्षों को पार्षद चुनेंगे। लेकिन अब यह चुनाव नहीं होंगे।