इंदौर- अगर किसान अपने उत्पाद को एक्सपोर्ट करना चाहता है तो खेत से एयरपोर्ट तक का आधा किराया सरकार देती है। साथ ही किसानों के लिए एयरपोर्ट पर कार्यालय भी खोला जा सकता हैं। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि ऐसी कई जानकारी किसानों के लिए आयोजित निर्यात प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी गई।
कोरोना के मोर्चे पर लगातार सक्रिय सांसद शंकर लालवानी अब प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को साकार करने में लग गए हैं।
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि किसानों के लिए एक्सपोर्ट में बहुत बड़े अवसर है। आज जब किसान 5-7 रु किलो में आलू बेच देता है लेकिन विदेशों में बेहतर दाम मिल सकते हैं। ऐसे ही चना, फूल और कई कृषि उपजों के अच्छे दाम मिल सकते हैं।
सांसद ने बताया कि किसानों के लिए खेत में ही प्रोसेसिंग की सुविधा के लिए भी लोन मिल सकता है। साथ ही कृषि उत्पाद एक्सपोर्ट के लिए जल्द ही इंदौर में सुविधा केंद्र भी बनाया जाएगा।
भाजपा इंदौर ज़िला के अध्यक्ष राजेश सोनकर ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए निर्यात बढ़ाना ज़रुरी है और ऐसे आयोजनों से किसानों की आय भी बढ़ेगी।
आज किसानों के लिए निर्यात प्रशिक्षण प्रबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में निर्यात हेतु कंपनी निर्माण, विदेश में निर्यातकों को सर्च करना, उनसे डील करना, कॉन्ट्रैक्ट बनाना, एक्सपोर्ट डाक्यूमेंट्स बनाना, पोर्ट मैनेजमेंट, शिप बुकिंग, कस्टम क्लीयरेंस, अंतर्राष्ट्रीय पेमेंट सिस्टम, पेमेंट रिस्क मैनेजमेंट एवं भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से निर्यातकों को दिए जाने वाले लाभ संबंधी योजनाओं की जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कृषि पदार्थों के निर्यात संबंधी विशेष प्रशिक्षण हेतु एमएसएमई के असिस्टेंट डायरेक्टर निलेश त्रिवेदी, कार्गो प्रबंधक इंदौर एयरपोर्ट आरसी डबास एवं एक्सपोर्ट-इंपोर्ट प्रशिक्षक राकेश अग्रवाल द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को कृषि पदार्थों के निर्यात प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
भाजपा व्यापार मोर्चा एवं किसान मोर्चा के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में 100 से ज़्यादा किसानों ने प्रशिक्षण लिया।