भोपाल। मध्यप्रदेश में दिन ब दिन रिश्वत पर भ्रस्टाचार के मामले बढ़ते ही जा रहे है। इसी कड़ी में अब सागर लाेकायुक्त की टीम ने इस मामले में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। दरअसल, ओरछा तहसील में छापामार कार्रवाई कर तहसीलदार के रीडर काे पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। इसके बाद अब तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई से निवाड़ी जिले की ओरछा तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया है। लोकायुक्त की टीम पहुंचने के बाद दफ्तर में सन्नाटा पसर गया और कर्मचारी भाग गए।
वहीं बता दें कि, ओरछा तहसील कार्यालय में रामनगर गांव निवासी महेश पिता केशव प्रसाद यादव उम्र 38 वर्ष ने कृषि भूमि के नामांतरण पर मिले स्थगन आदेश को रिकार्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था। तहसील कार्यालय में इस कार्य को न करके आनाकानी की जा रही थी। साथ ही कार्य को करने के एवज में तहसीलदार के रीडर प्रदीप बबेले ने 50 हजार की रिस्वत मांगी थी। जिस पर आवेदक महेश यादव ने लोकायुक्त सागर से शिकायत की।
इस शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने पुष्टि करने के लिए टेप रिकॉर्डर दिया, जहां पर आवदेक ने रिश्वत मांगने रूपी बातचीत रिकॉर्ड कर लोकायुक्त की टीम के समक्ष प्रस्तुत की। जिसमें यह पूरा मामला रिकॉर्ड हो गया। वहीं टीम ने आरोपित के हाथ धुलाए और मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त सागर डीएसपी राजेश खेड़े, निरीक्षक केपीएस बेन, प्रधान आरक्षक अजय क्षेत्रीय, आशुतोष व्यास, संतोष गोस्वामी, शफीक खान,अरविंद नायक आदि माैजूद थे।