भोपाल: मध्यप्रदेश में भी कोरोना ने अपना कहर बरपाया है, इतना ही नहीं अभी भी यहां संक्रमण की चैन पूरी तरह से नहीं टूटी है और न ही कई जिलों में अभी भी संक्रमण पूरी तरह से काबू में आया है, लेकिन हालही में भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कुछ दिन पहले गोमूत्र से कोरोना के ठीक होने का दावा किया था, जिसके बाद से यह विवाद चला आ रहा है, और कई लोगों ने इस बयान को लेकर आवाज भी उठाई है, इसी के चलते आज बुधवार को पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को गोमूत्र की शीशी कूरियर के जरिए भेजी है और उनसे साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के दावे का वैज्ञानिक आधार मांगा है।
इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने इस मुद्दे को लेकर गौ मूत्र की शीशी भेजने के साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और नेशनल हेल्थ मिशन को पत्र भी लिखा है, और इस बात के प्रमाण का जवाब माँगा है।
पीसी शर्मा ने पत्र में मांगा ये जवाब-
विधायक पीसी शर्मा ने अपने पत्र में यह प्रश्न किया है कि – ‘क्या ICMR और DRDO ने ये वैज्ञानिक तौर पर मान लिया है कि गोमूत्र से कोरोना का इलाज हो सकता है? गौमाता को हम मां मानते हैं लेकिन क्या हमारी धार्मिक भावना का इस्तेमाल देश-प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए तो नहीं हो रहा है? क्या केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और मध्यप्रदेश के हेल्थ विभाग ने तय कर लिया है कि कोरोना, ब्लैक फंगस का इलाज गोमूत्र से होगा? क्या अब वैक्सीन लगवाने की जरूरत नहीं और क्या ICMR और DRDO वैज्ञानिक रूप से इसे प्रमाणित करते हैं? इसलिए गोमूत्र की शीशी आपको भेज रहा हूं ताकि आप कोरोना से पीड़ित देश की जनता को वैज्ञानिक प्रमाणिकता के साथ इस संदर्भ में देश की जनता को कोरोना से जान बचाने का सही संदेश देंगे?’
इतना ही नहीं देश के ऐसे कई राज्य है, जहां अभी भी इस महामारी से लड़ने के लिए टोने-टोटके और अन्धविश्वास का सहारा लिया जा रहा है। इतना ही नहीं इससे पहले भी प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर ने भी अपने बयान में कहा था कि – ‘पर्यावरण की शुद्धि ही कोरोना से मुक्ति का माध्यम है और यज्ञ करने की बात कही थी।’