क्राइसिस मैनेजमेंट की चर्चा के बाद सांसद लालवानी ने दिया ये सुझाव

Rishabh
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इंदौर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सांसद शंकर लालवानी लगातार पर्दे के पीछे व्‍यवस्‍थाओं को बेहतर करने के लिए सक्रिय है। शनिवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के आला अधिकारियो के साथ हुई बैठक के बाद सांसद लालवानी ने कई महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी।

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि आपदा के समय कम्‍युनिकेशन का सबसे ज्‍यादा महत्‍व है। इसलिए 24 घंटे की हेल्‍पलाइन शुरू की जा रही है जहां कोरोना से जुड़े सवाल जैसे किस अस्‍पताल में जगह है, टेस्‍ट कहां होंगे, कितनी फीस लगेगी जैसे कई सवालों के जवाब इस हेल्‍प लाइन पर मिल पाएंगे।

सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि सबसे महत्‍वपूर्ण विषय होम आइसोलेशन है। इंदौर में पिछले साल 3,000 से ज्‍यादा मरीज होम आइसोलेशन में थे। ऐसे में होम आइसोलेशन के लिए प्रोटोकॉल बनेगा जिसमें ये तय करने में आसानी होगी कि किसे अस्‍पताल जाना है और किसे घर पर रहकर ही ठीक किया जा सकता है। साथ ही गरीब बस्तियों में आइसोलेशन की व्‍यवस्‍था ना होने पर शासकीय स्‍तर पर प्रयास किए जाएंगे और धार्मिक एवं सामाजिक संस्‍थाओं से भी आइसोलेशन की व्‍यवस्‍थाएं करने की अपील की है। इन आइसोलेशन सेंटर्स में भोजन एवं दवाइयों की व्‍यवस्‍था भी शासन एवं सस्‍थाएं करेंगी।

सांसद लालवानी ने बताया कि आईसीयू और ऑक्‍सीजन के बेड बढ़ाने पर भी चर्चा हुई और अस्‍पतालों में बेड ना मिलना और एंबुलेंस में मौत होना बेहद दुखद है। कोरोना के सामान्‍य स्थिति वाले मरीज जिन्‍हें अस्‍पताल में एडमिट होने की जरुरत नहीं है लेकिन वे अस्‍पताल में एडमिट होते हैं और उनके कारण भी कई बार जरुरतमंदों को बेड नहीं मिल पाता, ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ डॉक्‍टरों की टीम एक प्रोटोकॉल जारी करेगी और उसी के हिसाब से अस्‍पतालों को निर्णय लेना पड़ेगा।

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि पिछले कुछ दिनां में टेस्‍ट के रेट और नतीजों के समय को लेकर भी सवाल उठे। टेस्‍ट की रिपोर्ट समय पर मिले इसके लिए प्रयास किए हैं साथ ही कोविड टेस्‍ट, सीटी स्‍कैन समेत सभी के रेट तय किए हैं, अब लैब उससे ज्‍यादा पैसे नहीं ले पाएंगे।

शासकीय कर्मचारियों के साथ कोई दुखद हादसा होने पर 50 लाख रु परिवार को दिए जाने की भी जानकारी सांसद शंकर लालवानी ने दी। साथ ही एमवाय अस्‍पताल का एक हिस्‍सा भी कोविड अस्‍पताल के रुप में काम करेगा। क्‍योंकि शासकीय अस्‍पतालों में बेड फुल हो रहे हैं ऐसे में एमवाय अस्‍पताल के होने से मरीजों को राहत मिलेगी।

निजी अस्‍पतालों द्वारा ज्‍यादा बिल लेने की शिकायतें मिलने के बाद उन्‍हें एक तय दरों के आधार पर पैकेज बनाने और उसे लोगों को बताने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को जानकारी में रहे कि किस अस्‍पताल में कितना खर्च आ सकता है।

दवाई और इंजेक्‍शन की कालाबाजारी की रोकने के लिए जिला प्रशासन को कड़े निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, सांसद शंकर लालवानी ने दवाई और इंजेक्‍शन की किसी भी तरह की कमी ना होने के लिए सरकार द्वारा टेंडर करने और अस्‍पतालों पहुंचाने की भी बात कही।

ऑक्‍सीजन की कमी के मुद्दे पर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि शहर में ऑक्‍सीजन की आपूर्ति हो रही है लेकिन डिमांड 60 प्रतिशत से ज्‍यादा बढ़ गई है। ऐसे में ऑक्‍सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक टीम बनाई गई है जो सभी अस्‍पतालों की डिमांड पर ध्‍यान रखेगी और सप्‍लाई के लिए जरुरी कदम उठाएगी।

सांसद शंकर लालवानी कोरोना के कठिन समय में सबसे सक्रिय सांसद रहे हैं और आजकल वैक्‍सीनेशन तेजी से करवाने में जुटे हैं। सांसद लालवानी के प्रयासों से ही इंदौर के कुछ इलाकों में पात्र लोगों का शत-प्रतिशत वैक्‍सीनेशन होने की भी खबर आई थी।