सांसद लालवानी और कलेक्टर ने 40 दिव्यांगों को रेट्रोफिटिंग स्कूटी का किया वितरण

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इंदौर। इंदौर में आज शिक्षा तथा स्वरोजगार में मदद के लिये 40 दिव्यांगों को रेट्रोफिटिंग स्कूटी का वितरण किया गया। यह स्कूटी सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, सहायता संस्था के डॉ. अनिल भंडारी द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की पहल पर इंदौर जिले में दिव्यांगों की राह आसान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिये अनूठी पहल के तहत रेट्रोफिटिंग स्कूटी वितरित की जा रही हैं। स्कूटी का यह वितरण रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से किया जा रहा हैं।

 

जिले में अभी तक 380 दिव्यांगों को स्कूटी वितरित की जा चुकी हैं। स्कूटी वितरण में अभी तक 3 करोड 67 लाख 50 हजार रूपये का व्यय हुआ है । जिले में दिव्यांगजनों को शिक्षण-प्रशिक्षण देने के लिये भी विशेष प्रयास हो रहे हैं। दिव्यांगों को जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय विभाग द्वारा प्रतियोगी परीक्षा जैसे बैंक, एलआईसी, रेल्वे IBBS इत्यादि की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग दी जा रही हैं। अभी तक 80 दिव्यांगजनों को कोचिंग दी गई। इसमें से 24 दिव्यांगजनों को विभिन्न विभागों / संस्थानों में नौकरी प्राप्त हुई हैं। कोरोना महामारी के चलते कोचिंग बंद कर दी गई थी, जिसे कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा पुनः प्रारंभ करवाई गई है। सामाजिक न्याय विभाग द्वारा गूगल एप्लीकेशन फार्म के माध्यम से कोचिंग के इच्छुक छात्र/छात्राओं के आवेदन आमंत्रित किये गए। आमंत्रित आवेदनों में दृष्टिहीन, श्रवणवाधित एवं अस्थिवाधित दिव्यांगजनों के द्वारा कोचिंग की सुविधा हेतु आवेदन किया गया। बालिकाओं की कोचिंग महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ बॉम्बे हॉस्पिटल के पीछे तथा बालकों की कोचिंग डीडीआरसी भवन समाज कल्याण परिसर में प्रारंभ की जा रही है।

कार्यक्रम में अतिथियों शंकर लालवानी और कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने दिव्यांगजनों से चर्चा कर उनके उत्साह को दो गुना किया। कार्यक्रम में स्वाहा रिसोर्स मैनेजमेंट प्रायवेट लिमिटेड एवं इंदौर वाले वाट्सएप ग्रुप के समीर शर्मा ने प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये बच्चों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिये जल्द ही स्टार्टअप प्रारंभ किया जायेगा। दिव्यांग आयकॉन विक्रम अग्निहोत्री, स्टेड बैंक के सीनियर एसोसिएट अर्जुन चौधरी और  जितेश पलसीकर ने भी दिव्यांगों का हौसला बढ़ाया।