एक बार फिर फटा यूरोप का सबसे एक्टिव ज्वालामुखी माउंट एटना, विस्फोट की वजह से कई किमी तक फैली राख, एयरपोर्ट हुए बंद

RishabhNamdev
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यूरोप में सबसे लंबा और सबसे एक्टिव ज्वालामुखी, माउंट एटना, ने एक बार फिर से अपनी शक्तियों का प्रदर्शन किया है। इस बार उसके फटने से बरसों किलोमीटर तक राख बिखर गई है, जिससे सिसिली के कटानिया शहर के एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप, यात्रियों की यात्राओं पर बड़ा प्रभाव पड़ा है, क्योंकि आवाजाहित उड़ानें रद्द हो रहीं हैं या उन्हें अन्य एयरपोर्टों पर डायवर्ट किया जा रहा है।

इसके अलावा, ज्वालामुखी द्वारा फटने से सड़कों पर उछली राख की वजह से प्रशासन ने 48 घंटों के लिए मोटरसाइकिलों और साइकिलों की प्रयास को रोक दिया है। कारों के इस्तेमाल करने वालों को भी 30 किमी/घंटा की गति सीमा का पालन करने का आदेश दिया गया है। फ्लाइट से यात्रा करने वाले यात्रीगण से निवेदन किया जा रहा है कि वे एयरपोर्ट पर पहुंचने से पहले स्थिति की जांच करें।

पिछले हफ्ते ही, ज्वालामुखी से गैस की रिंगें निकलने शुरू हो गई थीं, इससे पहले उसके फटने के संकेत आने लगे थे। यह यूरोप का सबसे उत्तर-पूर्वी ज्वालामुखी है, जिसने मई के अंत में आखिरी बार अपनी शक्तियों का प्रदर्शन किया था। उस समय भी अनेक एयरपोर्ट बंद हो गए थे। वैज्ञानिकों के अनुसार, उस समय माउंट एटना का उत्तर-पूर्वी क्रेटर पिछले 40 वर्षों में सबसे ऊंचा था।

1981 में इसकी ऊंचाई 11,000 फीट थी, जो 2018 तक 10,912 फीट हो गई थी। इसके पहले अगस्त 2021 में भी इस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था। इसके छह महीने पहले ही दक्षिण-पूर्वी क्रेटर की ऊंचाई भी बढ़कर 11,000 फीट से ज्यादा हो गई थी। 1992 में हुआ था उसका आखिरी बड़ा विस्फोट।

1992 में हुआ था आखिरी बड़ा विस्फोट
माउंट एटना के उत्तर-पूर्वी क्रेटर की ऊंचाई 1981 में सबसे ज्यादा करीब 11 हजार फीट थी, जो 2018 तक कम होकर 10,912 फीट हो गई थी। इससे पहले अगस्त 2021 में भी इस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था। विस्फोट से छह महीने पहले ही दक्षिण-पूर्वी क्रेटर लगातार ऊंचा हो गया है। उस समय इसकी ऊंचाई बढ़कर 11 हजार फीट के पार हो गई थी। माउंट एटना में आखिरी बड़ा विस्फोट 1992 में हुआ था।