भोपाल। मध्य प्रदेश में जब से विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं तभी से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव काफी ज्यादा चर्चाओं में बने हुए हैं। शिवराज सिंह चौहान इसलिए चर्चाओं में है क्योंकि वह मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे चल रहे थे और मोहन यादव इसलिए चर्चाओं में है क्योंकि जब से विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था तभी से उनका नाम चुनाव के नतीजे आने तक सामने नहीं आया था। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री घोषित करना एक चौका देने वाला फैसला था।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जब से पदभार ग्रहण किया है तभी से वह काफी ज्यादा एक्शन में नजर आ रहे हैं। शुरुआती फसलों में ही उन्होंने खुले में मांस मटन और लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से ही उनके बैठकों के दौर भी लगातार चल रहे हैं। अब गुरुवार 11 जनवरी को मुख्यमंत्री मोहन यादव पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के गढ़ सीहोर में एक बैठक करने वाले हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि यह बैठक पहले प्रदेश की राजधानी भोपाल में होने वाली थी लेकिन किन्हीं कारणों से इसे नजदीकी जिले सीहोर में आयोजित किया जाएगा। इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव और 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा के बड़े नेता ही शामिल होंगे। इस बैठक में चुनिंदा 38 पदाधिकारी के शामिल होने की जानकारी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि मोहन सरकार कि इस बैठक में नई राज्य सरकार के आगामी कामकाज के रोड मैप को भी लेकर चर्चा हो सकती है। सीहोर जिला मुख्यालय के लग्जरी होटल में यह बैठक रखी गई है। इस बैठक में संगठन के पदाधिकारी और भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य शामिल रहेंगे। इसके साथ ही इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान संघ के प्रमुख नेता अरुण कुमार दीपक विश्पुते के साथ भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद भी मौजूद रह सकते हैं।