राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS प्रमुख मोहन भागवत की मणिपुर पर टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनका बयान देर से आया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने पीटीआई के हवाले से कहा, पीएम हमेशा चुप रहे हैं. न केवल मणिपुर पर, बल्कि किसानों, पहलवानों पर भी, जिनके साथ छेड़छाड़ की गई है।
यादव द्वारा दिया गया बयान भागवत ने नागपुर में दिया संबोधन का जवाब है, जिन्होंने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी। भागवत ने कहा, ‘मणिपुर पिछले एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है। मणिपुर में 10 साल पहले शांति थी। ऐसा लगा कि यहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है। लेकिन राज्य में यह हिंसा देखने को मिली है। मणिपुर की इस स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा। चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर देश के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
सोमवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के अग्रिम सुरक्षा काफिले पर कांगपोकपी जिले में संदिग्ध उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया। जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। उन्होंने बताया कि काफिला हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था। तभी सुबह करीब 10.30 बजे कोटलेन गांव के पास NH-53 पर हमला हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के वाहन गुज़र रहे थे। तभी वाहनों पर कई गोलियां चलाई गईं,।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है और अत्यधिक निंदनीय है। यह एक मुख्यमंत्री पर हमला किया गया है, जिसका मतलब हो सकता हे कि राज्य की जनता पर हमला। राज्य सरकार को कुछ करना होगा हम निर्णय लेंगे,।