ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में शिक्षा जगत में अग्रणी है मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल, स्कूल के बच्चें आंखों पर पट्टी बांधकर पढ़ने और पहचानने में सक्षम

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इंदौर। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच शिक्षा के एक पुल का निर्माण कर कम और रियायत दरों में शिक्षा देने के मकसद से मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल की शुरुआत हुई। शहर के प्रतिष्ठित डॉ. अनिल खरया ने शहर के नजदीक अलवासा ग्राम में 2010 में मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना की। यह एक सीबीएसई स्कूल है जिसमें नर्सरी से लेकर 12 वीं तक के स्टूडेंट्स को शिक्षा प्रदान की जाती है। इसकी शुरुआत से ही यह स्कूल शिक्षा के साथ हर क्षेत्र में बच्चों के मानसिक विकास को लेकर कार्यरत है।

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शिक्षा के साथ साथ स्कूल में और भी कई एक्टिविटी करवाई जाती हैं जिसमें स्कूल में बच्चों को मिड ब्रेन एक्टिविटी करवाई जाती है। जिसके तहत बच्चों को एक खास प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें बच्चा आंखो पर पट्टी बांधकर लिखना, पढ़ना और किसी भी चीज़ या इंसान को पहचान सकता है। बच्चें इस स्प्रिचुअल खास प्रकार की ट्रेनिंग से आंखों पर पट्टी बांधकर स्पर्श से यह बता सकते है कि किताब के ऊपर क्या लिखा हुआ हैं वहीं सामने वाले ने किस प्रकार के कपड़े पहने हैं।

इस ट्रेनिंग में बच्चें अपने आगे पीछे खड़े व्यक्ति या महिला को भी स्मेल कर पहचान करने में सक्षम हो जाते हैं। मिड ब्रेन एक्टिविटी पूरी तरह से स्प्रिचुअल मंत्र के माध्यम से कंसंट्रेशन पर आधारित होती हैं। मिड ब्रेन एक्टिविटी को तीसरी आंख भी कहा जाता है। यह क्लास स्कूल में ऑप्शनल है जो बच्चें इसे करना चाहते हैं वह इसके लिए क्लास में अपना नाम रजिस्टर करवाते हैं। इसकी ट्रेनिंग शांतनु खरया और शिवांगी गुप्ता खरया बच्चों को देते हैं। वहीं कई ट्रेंड फैकल्टी यह शिक्षा प्रदान करती है।

बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए स्कूल में नई पद्धति पर आधारित शिक्षा दी जाती है, जिसके तहत एक क्लास में 25 बच्चों से ज्यादा की स्ट्रेंथ नहीं रखी जाती हैं। ताकि हर बच्चें पर पूरा ध्यान दिया जा सके। स्कूल में सारी क्लास स्मार्ट रूप से संचालित की जाती है। वहीं बच्चों के स्किल डेवलपमेंट और ग्रूमिंग के लिए स्कूल में कई प्रकार की एक्टिविटी करवाई जाती हैं। जिसमें संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है जिसमें बच्चें पार्टिसिपेट कर हमारी संस्कृति और भारत की विरासत से परिचित होते हैं। बच्चों को कई नेशनल और इंटरनेशनल ट्रिप पर भी स्कूल के माध्यम से ले जाया जाता है।

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बच्चों के बेहतर मानसिक विकास के लिए खेल बहुत जरूरी हैं इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल में बच्चों के स्पोर्ट्स पर काफी ध्यान दिया जाता है। जिसमें क्रिकेट, वॉलीबॉल, स्विमिंग, बास्केटबॉल, खोखो, जूडो, कराटे और अन्य खेलों का आयोजन किया जाता हैं। स्कूल में खेल परिसर के साथ साथ स्विमिंग पुल, बास्केटबॉल कोट, वॉलीबॉल कोट और अन्य सुविधाएं मौजूद है। स्कूल के ने खेल जगत में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसी के साथ स्कूल कई प्रदेश और केंद्र स्तर के कई खेल प्रतियोगिताओं में पार्टनर्स के रूप में भूमिका निभा चुका हैं।