भारत देश एक मात्र जहा विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीन टीकाकरण अभियान चालू हुआ है, इस महाभियान की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। 16 जनवरी को शुरू हुए इस वैक्सीन महाभियान में सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन का टीका लगया जाना है। आज इस महाभियान का चौथा दिन है और जिसके चलते 19 जनवरी मंगलवार तक देश में 4 लाख 54 हजार 49 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। बता दे कि भारत देश में सिर्फ एक दिन के अंदर सबसे ज्यादा 2 लाख 7 हजार 229 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई थी। जिसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी है।
देश में वैक्सीन के टीके लगने के बाद इसके प्रतिकूल प्रभाव के मामले भी सामने आये है जो कि काफी कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहां की “देश में कोरोना वैक्सीन लगने के बाद दुष्प्रभाव के कुल 0.18 फीसदी मामले रिपोर्ट हुए हैं” साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि अमेरिका में जब टीकाकरण शुरू हुआ था तो पहले हफ्ते में 5 लाख 56 हजार 208 लोगों को टीका लगा था। अब भारत एक मात्र ऐसा देश होगा जो अगले तीन दिनों में इस आंकड़े को पार कर अमेरिका को मात दे देगा।
वैक्सीन को लेकर कई लोगो के मन में अभी भी असंतोष की स्थिति कायम है। जिसके चलते नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया है कि “कोवैक्सीन और कोविशील्ड को लेकर हमने जो डेटा देखा है, उसके बाद मैं भरोसे के साथ कह सकता हूं कि दोनों सुरक्षित हैं, वैक्सीन को लेकर हिचक खत्म होनी चाहिए, नहीं तो महामारी को हम कैसे हराएंगे” साथ ही उन्होंने इसके दुष्प्रभाव के मामलो को लेकर कहा कि “दुष्प्रभाव के मामलों को लेकर चिताएं फिलहाल जायज नहीं हैं। डेटा से पता चलता है कि हम एक सहज स्थिति में हैं और मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं”