भोपाल: महाराष्ट्र के साथ मध्यप्रदेश में भी कोरोना ने एक बार फिर तेज़ रफ़्तार पकड़ी है, जिसके बाद राज्य सरकारे काफी सतर्क नजर आ रही हैं। जिसके बाद प्रदेश में इंदौर और भोपाल में कोरोना के मामले पिछले 24 घंटे में लगातार बढ़ रहे है और इसी क्रम में प्रदेश सरकार और प्रशासन दोनों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी हैं।
प्रदेश में कोरोना मामलो को बढ़ते देख मुख्यमंत्री शिवराज ने मास्क लगाने की अपील की हैं लेकिन इसके बावजूद प्रदेश मंत्री-विधायकों को इसकी रत्तीभर परवाह नहीं कर रहे, ये बात उस समय की हैं जब विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को कई विधायक और मंत्री बिना मास्क लगाए पहुंच गए थे।
प्रदेश में कोरोना के नए मामलो के मिलने के बाद CM ने इंदौर,भोपाल सहित और भी कई जिलों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसी के चलते विधानसभा के बजट सत्र में कई विधायक और मंत्री बिना मास्क के नजर आये है, इतना ही नहीं प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर भी बिना मास्क के विधानसभा पहुंची थीं।
उषा ठाकुर के मास्क न पहनने को लेकर उनसे सवाल पूछा गया कि “मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव की सावधानी बरतने की अपील की है इसके जवाब में उन्होंने कहां कि ‘मैं हनुमान चालीसा का पाठ करती हूं प्रतिदिन शंख बजाती हूं, काढ़ा पीती हूं, गोबर के कंडे पर हवन करती हूं, इससे रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है, यह मेरा कोरोना से बचाव है, गमछा गले मे रखती हूं, अगर कोई पास आए तो मुंह पर रख लेती हूं।” इसके बाद उषा ठाकुर ने कहां कि “वेदों को 10 हजार साल पूरे हो रहे हैं, दुनिया में जिसे श्रेष्ठतम तरीके से जीना है, वह वैदिक जीवन पद्धति अपनाए। उसे कोई तकलीफ छू भी नहीं पाएगी।
विधानसभा के बजट सत्र में कई विधायक और मंत्री बिना मास्क के आये थे उनमे से एक विधायक रामबाई भी है जिनका कहना है, “जिसके पास हिम्मत होती है, वही कुछ कर सकता है, मास्क नहीं लगाने पर जो जुर्माना होगा, वह मैं दे दूंगी लेकिन, मास्क नहीं लगाऊंगी, मुझे घबराहट होती है।”