इंदौर: विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त कार्यालय, इंदौर द्वारा प्रदीप खन्ना, तत्कालीन जिला खनिज अधिकारी, इंदौर के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का प्रकरण भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 के अंतर्गत दर्ज किया गया है। 1 सितंबर 2020 को आरोपी प्रदीप खन्ना के परिवारजनों द्वारा उपयोग किए जा रहे इंदौर में एक फ्लैट तथा भोपाल में उनके आवास पर लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी रैंक के पांच अधिकारियों के नेतृत्व में तलाशी की कार्रवाई भी की गई।
विवेचना की परिधि में आए चल अचल संपत्ति का विवरण:-
- इंदौर में माउंटबर्ग कॉलोनी, नायता मुंडला, बायपास रोड पर नवनिर्मित तीन मंजिल भवन (आज इसे सील क्या जाकर आरोपी एवं पंच गवाह की उपस्थिति में तलाशी एवं इंटीरियर का मूल्यांकन किया जाएगा)
- इंदौर के इसी नवनिर्मित मकान के बाजू में एक 15 वर्ग फीट का भूखंड
- इंदौर में पटेल नगर स्थित पटेल-टावर में एक फ्लैट जिसका उपयोग प्रदीप खन्ना के परिवार जनों द्वारा किया जा रहा है
- भोपाल में गौतम नगर में एक मकान जिसका उपयोग प्रदीप खन्ना द्वारा स्वयं के निवास के रूप में किया जा रहा है
- 2 फोरव्हीलर वाहन तथा 2 टूव्हीलर वाहन के अलावा ₹ 09 लाख से अधिक की नकदी, 13 लाख के स्वर्ण आभूषण तथा एक लाख के रजत आभूषण एवं 06 बैंक अकाउंट संबंधी दस्तावेज। बैंक से लॉकर की जानकारी निकाला जाना शेष है।प्रदीप खन्ना की खनिज विभाग में वर्ष 1986 में खनिज निरीक्षक तृतीय वर्ग श्रेणी कर्मचारी के रूप में नियुक्ति होकर वर्ष 2001 में खनिज अधिकारी के पद पर पदोन्नति होना ज्ञात हुआ है। प्रदीप खन्ना के बच्चों की प्रदेश के बाहर उच्च शिक्षा में लगभग 40 लाख रुपए का व्यय किए जाने एवं विदेश यात्रा की प्रारंभिक जानकारी मिली है एवं अन्य निजी कार्यों में भी अधिक व्यय की जानकारी मिली है जिन के स्रोतों की विवेचना की जाएगी। प्रदीप खन्ना वर्ष 2015 से 2020 तक इंदौर में जिला खनिज अधिकारी के पद पर पदस्थ रहे हैं। हाल ही में शासन द्वारा प्रदीप खन्ना का तबादला इंदौर से श्योपुर किया गया है।