इन्दौर : मध्यप्रदेश दूध व्यवसायी संघ के अध्यक्ष ईश्वर जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रंगलाल पानेरी एवं महामंत्री दिनेश जोशी ने अपनी संयुक्त विज्ञप्ति में कहा है कि आज दूध व्यवसायों की आवश्यक बैठक तिलक पथ पर रखी गई। बैठक में दूध की वर्तमान परिस्थतियों पर गहन विचार विमर्श किया गया।
पशुधन महंगा, खली पशु आहार के भाव में भारी वृद्धि, डीजल व पेट्रोल के भाव अत्यधिक होने से दूध की उत्पादन लागत बढ़ गई है और इस वर्ष पर्याप्त वर्षा न होने से पानी की भी कमी है। महंगाई की मार चौ तरफा है। उपभोगताओं की क्रय शक्ति भी कम हुई है। वर्तमान में जिले में कोरोना बहुत बढ़ रहा है लॉकडाउन की संभावना भी है। इन सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए दूध के भाव में 2 रुपये प्रति लीटर वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।
दिनांक 1 अप्रैल 2021 से 31 अगस्त 2021 तक दूध बंदी भाव 48 रुपये प्रति लीटर सेवा शुल्क सहित रहेगा। दूध उत्पादक ग्रामीण क्षेत्र से 6 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर दूध क्रय किया जायेगा। सम्पूर्ण भाव वृद्धि ग्रामीण क्षेत्र में ही बढ़ाई गई है।
संघ ने शासन से मांग की है कि शहर में दूध मंडी कायम की जाये। निम्न दरों पर भूमि उपलब्ध कराई जायें। दूध के सेम्पल ग्रामीण क्षेत्र में तहसील स्तर पर लिये जाये ताकि ग्रामीण क्षेत्र से दूध मानक स्तर का आयेगा तो शहर में भी दूध अच्छा वितरण होगा।
वर्तमान में पूरे जिले में मिलावट की संगीन अभियान चल रहा है । ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र से निम्न स्तर का दूध आने पर जो व्यापारी इन्दौर में वितरण कर रहा है उसका सेम्पल व्यापारी के नाम से लिया जाता है तो जो गुनाह व्यवसायी ने किया ही नहीं उसका गुनाह व्यापारी को भुगतना पड रहा | दूध या दूध से निर्मित वस्तुओं का सेम्पल लेने पर यदि सेम्पल निम्न स्तर का पाया जाता है तो दूध व्यापारी पर फूड एक्ट के तहत ही कार्यवाही की जायें।
वर्तमान में व्यापारी पर क्रिमिनल धारा एवं पुलिस केस किया जा रहा है इसका हम घोर विरोध करते है। आम उपभोक्ताओं से अपील है कि संघ द्वारा घोषित भाव से ही दूध क्रय करें, भ्रामक प्रचार से सावधान रहे। थैली पैक बासी दूध का बहिष्कार करें। दूध दुकानों व दूध साईकल व मोटर साईकल हाकरों से ही क्रय किया था।