Microsoft ने भारत में की फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम की शुरुआत

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दिल्ली : माइक्रोसॉफ़्ट ने भारत के युवाओं को तकनीकी कुशलताओं के साथ रोज़गार के लिए तैयार कर सशक्त बनाने के लिए एआईसीटीई, नैसकॉम, ईवाई, गिटहब और क्वेस कॉर्प के साथ किया समझौता किया है,  माइक्रोसॉफ़्ट ने इन समूह को साथ लाकर फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम की शुरुआत की जिसका उद्देश्य भारत के युवाओं को तकनीकी कुशलता का प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त बनाना है, ताकि वे रोज़गार पाने योग्य बन सकें। आपसी सहयोग से शुरू किए गए इस इंटर्नशिप कार्यक्रम में कॉलेज के दूसरे वर्ष और इससे आगे की कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे छात्र हिस्सा ले सकते हैं। इस प्रयास का उद्देश्य उच्च शिक्षा ले रहे 1.5 लाख से ज़्यादा छात्रों को प्रशिक्षित करना है जो 2022 से 2024 के बीच कार्यबल का हिस्सा बनेंगे।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), फ़्यूचर स्किल्स, प्राइम-ए नैसकॉम और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय डिजिटल कुशलता प्रयास, अर्न्स्टऐंडयंग (ईवाई), गिटहब और क्वेसकॉर्प के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ़्ट कुशलताएं सीखने के लिए व्यापक प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराएंगे और प्रतिभाओं को अवसर देंगे। फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम को सीखने वालों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। इसके लर्न-एप्लाई-इंप्लिमेंट (सीखें-इस्तेमाल करें-लागू करें) फ़्रेमवर्क के साथ इस प्रोग्राम में छात्रों को एंड-टू-एंड अनुभव मिलता है, यानी डिजिटल कुशलता से लेकर सैंड बॉक्स परिवेश में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम करने तक, उद्योग के विशेषज्ञों से मार्ग दर्शन पाने से लेकर संभावित नियोक्ताओं तक पहुंचने तक।

इस सहयोग के अंतर्गत –

• माइक्रोसॉफ़्ट अपने लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म माइक्रोसॉफ़्ट लर्न के माध्यम से हिस्सा लेने वाले छात्रों को क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एवं एआई और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर लर्निंग मॉड्यूल और सर्टिफ़िकेशन देगा।
• एआईसीटीई यह सुनिश्चित करेगा कि पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के मुताबिक है।
• एसएससी नैसकॉम, संबंधित पाठ्यक्रमों को नेशनल ऑक्यूपेशनल स्टैंडर्ड के मुताबिक ढालेगा और इन पाठ्यक्रमों को फ़्यूचर स्किल्स प्राइम से जोड़ेगा।
• ईवाई, इंटर्न शिप की अवधि के दौरान छात्रों को टैक्नोलॉजी और उद्योग से जुड़ा मार्गदर्शन उपलब्ध कराएगा।
• गिटहब, छात्रों को गिटहब स्टुडेंट डेवलपर पैक के माध्यम से सबसे अच्छे डेवलपर टूल मुफ़्त में उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही, वह गिटहब पर अन्य डेवलपर्स के साथ मिलकर प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अवसर भी उपलब्ध कराएगा।
• क्वेसकॉर्प, सीखने वाले लोगों के अनुभव का प्रबंधन करेगी और प्रतिभागियों के लिए वर्चुअल करियर फ़ेयर आयोजित करेगी जिससे उन्हें माइक्रोसॉफ़्ट के ग्राहकों और साझेदारों के बीच करियर की संभावनाएं तलाशने का मौका मिलेगा।

इस प्रयास के बारे में अनंत माहेश्वरी, प्रेसिडेंट, माइक्रोसॉफ़्ट इंडिया ने कहा, “भारत का युवा, देश के लिए सबसे बड़े प्रतिस्पर्धी लाभ में से एक है। इन प्रतिभाओं को सही कुशलताएं देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने से हमारी लंबी अवधि की वृद्धि का आधार तैयार होगा। फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम, कुशलता पाने का व्यापक अनुभव उपलब्ध कराता है जो सीखने वाले लोगों को नौकरियों के नए अवसरों से जोड़ता है। हमें इस प्रोग्राम के लिए मज़बूत साझेदारों के साथ गठबंधन करने का गर्व है जो देश में कुशलता का उभरता हुआ इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे, चेयरमैन, एआईसीटीई ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्पष्ट तौर पर छात्रों के बीच अनुभव जनित सीखने और तार्किक सोच को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया गया है। फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम को माइक्रोसॉफ़्ट के उद्योग के लिहाज़ से अग्रणी टैक्नोलॉजी और कुशलता से जुड़े संसाधनों के साथ इसी दृष्टिकोण के साथ तैयार किया गया है।

अपने अनोखे मॉडल के साथ यह प्रोग्राम, छात्रों को न सिर्फ़ ऐसी कुशलताएं हासिल करने का मौका देता है जिनकी मांग ज़्यादा है, बल्कि इससे उन्हें मुश्किल प्रोजेक्ट्स का समाधान हासिल करके अपनी कुशलताएं परखने और उद्योग के विशेषज्ञों से सीखने का अवसर मिलता है। डिजिटल कुशलताओं तक पहुंच, भारत को कुशल अर्थव्यवस्था बनाने के लिए बेहद ज़रूरी होगी और हम इस सफ़र में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

डॉ. बुद्ध चंद्रशेखर, चीफ़ को ऑर्डिनेटिंग ऑफ़िसर, एआईसीटीई ने कहा, “फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम छात्रों को नौकरी के लिए तैयार होने का अनोखा अवसर देता है और इसके लिए वे ऐसी कुशलताओं पर ध्यान देते हैं जिनकी भविष्य में मांग बढ़ने वाली है, जैसे कि क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा और एआई और साइबर सुरक्षा। हमारे युवाओं को सशक्त बनाने पर पूरा ध्यान देते हुए, यह प्रोग्राम उद्योगों की ज़बरदस्त हिस्सेदारी के साथ माइक्रोसॉफ़्ट जैसी टैक्नोलॉजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों को साथ लाता है। यह प्रोग्राम भारत में कुशलता के अंतर को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।”

कीर्ति सेठ, सीईओ, एसएससी नैसकॉम ने कहा, “भविष्य के लिए तैयार कार्यबल तैयार करने का लक्ष्य किसी एक साझेदार की ज़िम्मेदारी होने के बजाय पूरी टीम इंडिया का प्रयास है। फ़्यूचर रेडी टैलेंट प्रोग्राम के साथ पाठ्यक्रम की मदद से “भविष्य की कुशलताएं” सीखने से भारतीय कार्यबल को गतिशील बनाने में मदद मिलेगी जो भविष्य के लिए तैयार होंगे यानी #SkilledForFuture।

यह पाठ्यक्रम भारत सरकार द्वारा तय की गई क्रांतिकारी नीतियों के मुताबिक है और मार्गदर्शन व समर्थन के लिए प्रौद्योगिकी उद्योग के दिग्गज उपलब्ध हैं। फ़्यूचर स्किल्स प्राइम को ऐसे अनोखे प्रयास को समर्थन देने की खुशी है जो उद्योग और अकादमिक क्षेत्र का साझा प्रयास है और इसे सीखने वालों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। ऐसे प्रोग्राम हमें उम्मीद से पहले ही भारत को डिजिटल प्रतिभाओं का देश यानी#DigitalTalentNation बनाने के हमारे लक्ष्य की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।”

राजीव मेमानी, चेयरमैन, इंडिया रीजन, ईवाई ने कहा, “चूंकि हम तेज़ी से डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं, तकनीकी कुशलताएं पहले के मुकाबले कहीं अधिक तेज़ी बेहतर होती जा रही हैं जिसकी वजह से लोगों को अच्छी तरह सीखने वाला बनना होगा और टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मुश्किल समस्याओं का हल करना होगा। इस प्रोजेक्ट से युवा प्रतिभाओं को वास्तविक जीवन के प्रोजेक्ट्स और सीधे उद्योग के विशेषज्ञों से सीखकर अपने डिजिटल ज्ञान को बेहतर बनाने और परखने की ताकत मिलेगी।”

मनीष शर्मा, जनरल मैनेजर, गिटहब इंडिया ने कहा: “हम इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगि की मंत्रालय, एआईसीटीई, नैसकॉम और माइक्रोसॉफ़्ट के साथ मिलकर सॉफ़्टवेयर डेवलपर्स की नई पीढ़ी का समर्थन करने और डिजिटल देश को आकार देने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। गिटहब स्टुडेंट डेवलपर पैक के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ डेवलपर टूल्स का इस्तेमाल करने का मौका देने के साथ-साथ गिटहब पर अन्य डेवलपर्स के साथ प्रोजेक्ट्स पर मिलकर काम करने के अवसर के साथ छात्रों को उन कुशलताओं को निखारने में मदद मिलेगी जो भविष्य के डेवलपर्स की सफलता के लिए ज़रूरी हैं। हम अपने डेवलपर्स, इनोवेटर्स और आने वाले कल के सॉल्यूशन बिल्डर्स को बेहतर बनाने के लिए जितना ज़्यादा काम करेंगे, हमारा भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा।”

शेखर गरिसा, प्रेसिडेंट, इमर्जिंग बिज़नेसेज़ और चीफ़ ऑफ़ स्ट्रैटेजी, क्वेसकॉर्प ने कहा, “देश के युवाओं की कुशलताओं को निखारना महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्राथमिकता है। महामारी के बाद का दौर डिजिटल फ़र्स्ट अर्थव्यवस्था होगा और बड़े पैमाने पर प्रतिभाओं को विकसित करने पर सही निवेश करना और उन्हें नौकरी पाने की कुशलताओं के साथ युवाओं को तैयार करना, भविष्य के अवसरों का पूरा लाभ उठाने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रतिभाओं की खोज और रोज़गार पैदा करने के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी के तौर पर, हम यह प्लेटफ़ॉर्म तैयार करने में उद्योग के दिग्गजों के साथ जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।” योग्य छात्र इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए फ़्यूचर रेडी टैलेंट वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं और बैच के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पहले बैच के लिए रजिस्ट्रेशन 15 सितंबर, 2021 से शुरूहोगा।

2020 की शुरुआत में माइक्रोसॉफ़्ट ने नई डिजिटल कुशलताएं सीखने में दुनिया भर के 2.5 करोड़ लोगों की मदद करने के लिए ग्लोबल स्किलिंग इनीशिएटिव की शुरुआत की थी। इस प्रयास के माध्यम से भारत में अब तक 30 लाख लोगों को कुशलताएं सिखाई जा चुकी हैं। माइक्रोसॉफ़्ट भारत के युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए सरकार, उद्योग और सिविल सोसाइटी साझेदारों के साथ कुशलता के कई प्रयासों पर काम कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के बारे में माइक्रोसॉफ्ट (Nasdaq “MSFT” @microsoft) आज के इंटेलीजेंट क्‍लाउड और इंटेलीजेंट ऍज के दौर में डिजिटल बदलाव को संभव बनाती है।

कंपनी का मकसद इस ग्रह पर मौजूद प्रत्‍येक व्‍यक्ति और संगठन को अधिक हासिल करने के लिए सशक्‍त बनाना है।माइक्रोसॉफ्टने 1990में भारत में अपने परिचालनों की शुरुआत की। आज देश के 11 शहरों – अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई,नई दिल्‍ली, गुरुग्राम, नोएडा, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई,और पुणे में माइक्रोसॉफ्ट से 13,000 से अधिक कर्मचारी जुड़े हैं जो सेल्‍स एवं मार्केटिंग, शोध, विकास एवं उपभोक्‍तओं सेवाओं एवं सहयोग से जुड़े हैं। माइक्रोसाफ्ट भारतीय स्‍टार्ट-अप्‍स, व्‍यवसायों एवं सरकारी संगठनों के स्‍तर पर डिजिटल रूपांतरण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए लोकल डेटा सेंटर्स से अपनी ग्‍लोबल क्‍लाउड सेवाओं की पेशकश करती है।