महू विधायक उषा ठाकुर बनी कैबिनेट मंत्री, बचपन से ही थी कविता और हिंदी साहित्य में रुचि

Akanksha
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भोपाल- आज शिवराज कैबिनेट का विस्तार हुआ है। इस मंत्री मंडल में एक नाम महू विधायक उषा ठाकुर का भी है, उन्होंने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। उषा ठाकुर का जन्म 3 फरवरी 1966 को हुआ। उषा ठाकुर का जन्म इंदौर में एक औसत मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही कविता और हिंदी साहित्य में रुचि विकसित की और बाद में इतिहास में एम.ए. वह धार्मिक समारोहों में भजन गाती हैं और महिलाओं पर उनके विचारों पर बहुत मुखर हैं। मुस्लिम युवाओं को गरबा से दूर रखने का फरमान सुनाने वाली भाजपा विधायक ठाकुर अपने अलग अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं।

दरअसल उषा ठाकुर ने नवरात्र गरबा स्थलों से मुस्लिम युवकों पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हुए विवाद खड़ा किया, आरोप लगाया कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए एक चाल के साथ अदालत में पेश करते हैं। उसने अपने निर्वाचन क्षेत्र के सभी गरबा आयोजकों से भी आग्रह किया कि वे अपने वोटर आईडी का उपयोग करके सभी प्रवेशकों की पहचान सत्यापित करें।

25 सितंबर 2015 को, उसने कहा कि मुसलमानों को बकरियों के बजाय अपने बेटों की कुर्बानी देनी चाहिए, यदि वे क़ुर्बानी पर्व को महत्व देते हैं

उषा ठाकुर ने अभी तक शादी नहीं की है, शादी के मामले में उषा का कहना है कि “मैंने शादी नहीं करना का फैसला कर लिया था। बचपन से ही मैं चाहती थी कि मेरे परिवार का कोई सदस्य धर्म और देशसेवा के लिए जीवन समर्पित करे। मेरे माता-पिता अंग्रेजी के शिक्षक थे। मेरे पांच भाई-बहन हैं। रिटायरमेंट के बाद पिता ने गौशाला शुरू की। हम इसे गायों का ओल्ड एज होम कहते हैं।

उषा हमेशा अपने साथ क़तर रखती है| उषा का कहना है कि ‘‘मैं कटार को साथ लेकर खुद को काफी ताकतवर महसूस करती हूं। 1994 में मैंने एक सस्ती बाइक खरीदी।’’उषा को 1990 में म्युनिसिपल काउंसलर बनने के पहले भगत सिंह के परिवार वालों ने एक कटार उपहार में दी थी। ठाकुर इसे अपनी जिंदगी का सबसे अहम क्षण मानती हैं और सत्र के दौरान भी कटार लेकर ही विधानसभा जाती हैं।