यादें मेरे जीवन की – सार्थक हुआ रैन वाटर हार्वेस्टिंग…

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कमलगुप्ता एडवोकेट, इंदौर। वर्ष 2003 में हमने 22 साधनानगर मेन, एयरपोर्ट रोड़ इंदौर स्थित मकान क्रय किया और रहने आ गये थे। तब घर के बाहर की सड़क कच्ची थी। नगर निगम व जन सहयोग से सिमेंट की सड़क बनवाई गई । हमारा घर सड़क केआखरी छोर पर था । आगे रास्ता बंद है।बरसात में अहसास हुआ कि नगर निगम के ठेकेदार ने मेन रोड़ से सड़क का ढाल हमारे घर की तरफ कर दिया। हालांकि हमारा घर अन्य मकानों की तुलना में ऊंचाई पर था इसलिये बरसाती पानी हमारे घर में तो नहीं घुसा लेकिन सड़क पानी से लबालब भर गई कुछ घरों में भी पानी भर गया था। सड़क के दोनों किनारों पर ब्लाक लगना थे,हम रहवासियों ने तय कर अपने खर्च से उन किनारों पर 5 फीट गहरे व 5 फीट बाय 4 फीट के कई गड्डे खुदवाकर हार्ड राॅक भर कर उस पर ब्लाक लगवाये थे। किन्तु अगली बारिश में भी जलजमाव में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। जलजमाव अभिषाप बन गया था।

घर के पास के प्लाट पर बेटा आमोद स्वीमिंगपूल बनाने की जीद कर रहा था। स्वीमिंगपूल हेतु ठेकेदार रामेश्वर पाटिल को ठेका देकर 30 फीट गुणे 20 फीट व 20 फीट गहरा गड्डा जेसीबी से खुदवाया गया था । दुसरे ही दिन संयोगवश भोपाल से लौटते समय मैं,रोटे.राजेश जैन,रोटे.प्रदीप गांधी,रोटे.गजेन्द्र नारंग पुष्पगिरी जैन तीर्थ सोनकच्छ पर श्रद्धेय गुरुदेव पुष्पदंत सागर जी के दर्शन करने रुक गये थे। गुरुदेव सांध्य कालीन प्रवचन देने जा रहे थे। हम भी प्रवचन सुनने बैठ गये,गुरुदेव ने उस दिन जल की महिमा पर प्रवचन दिया और जल में एकात्मक जीव होने व जल क्रीड़ा को निषिद्ध बताया।मैं खुद तैराक हुं, स्वीमिंग मुझे बेहद पसंद है,लेकिन जल के महत्व से मैं काफी प्रभावित हुआ।उसी समय निर्णय लिया अब घर में स्वीमिंगपूल नही बनेगा।

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इन्दौर लौट कर ठेकेदार रामेश्वर पाटिल को स्वीमिंगपूल बनाने से मना कर दिया और कालोनी में जल जमाव के अभिषाप को वरदान में बदलने के लिये उस खुले हुवें गड्डे को 30 फीट गुणें 30 फीट व 30 फीट गहरा कर उसमें जल विशेषज्ञ रोटे.सुधीर मोहनजी शर्मा के मार्गदर्शन में रोटरी क्लब आफ इंदौर अन्नपूर्णा के बेनर तले नगर निगम के इंजिनियर श्री जनवदेंजी कांट्रेक्टर गुड्डु भाई के सहयोग से सुनीता नारायणन (पूर्व राष्ट्रपति स्व: नारायणन की बेटी ) की पद्धति से रैन वाटर हार्वेस्टिंग का प्रोजेक्ट किया ।हार्ड राॅक,गिट्टी,चूरी,व बालू रेत से वह विशाल गड्डा भरा गया और उसके साथ एक कुंआ 40 फीट गहरा खुदवाकर मोरम तक पक्का बंधवाया गया और उसमें तीन स्तर पर स्टेनलेस स्टील के जाली लगे पाईप से गड्डे के पानी को छोड़ा गया।कुंआ पानी को गहरी धाराओं के माध्यम से आगे बहा देता है।

उक्त प्रोजेक्ट का उद्घाटन दि.19 अगस्त 2012 को मेरी माताजी स्व: मनोरमादेवी गुप्ता की प्रथम पुण्यतिथि पर तात्कालीन महापौर श्री कृष्ण मुरारीजी मोघे जी के मुख्य आतिथ्य, तात्कालिन विधायक सुदर्शन गुप्ता के विशेष आतिथ्य व तात्कालीन रोटरी गवर्नर रोटे.लोकेन्द्र पापालालजी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।उस समय के रोटरी क्लब अन्नपूर्णा के अध्यक्ष रोटे.जवाहर सांड व सचिव रोटे.ललित जोशी व उनकी टीम ने भरपूर सहयोग किया। इस रैन वाटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट की वजह से चार कालोनियों साधना नगर,शिक्षक नगर,पटेल नगर व गुरुकृपा कालोनी का जल जमाव दूर होता है और करीब 100 ट्यूब वेल रिचार्ज होते हैं। 5 इंच बारिश में भी हमारी कालोनी व घरों में पानी भरता नहीं है, सारा बरसाती पानी जमीन में उतर जाता है और कालोनी में भीषण गर्मी के दौरान भी टेंकर से पानी मंगवाना नहीं पड़ता है।