मानसून सत्र से पहले वेंकैया नायडू के आवास पर होगी बैठक, राज्यसभा के सदन नेता होंगे शामिल

Share on:

नई दिल्ली। प्रदेशों में मानसून ने दस्तक दे दी है जिसके चलते अब संसद के मानसून सत्र भी शुरू होने जा रहा है। वहीं इससे पहले वेंकैया नायडू ने अपने आवास पर राज्यसभा के सदन नेताओं को बैठक के लिए बुलाया है। आपको बता दें कि, 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है और इससे पहले 17 जुलाई को राज्यसभा के सदन नेताओं की बैठक होगी। सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू के आवास पर होने वाली इस बैठक में सभी दलों के सदन नेता मौजूद होंगे। साथ ही इस बैठक में वेंकैया नायडू सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलाने में मदद की अपील कर सकते हैं।

रविवार को बुलाई सर्वदलीय बैठक

वहीं आपको बता दें कि, मानसून सत्र से पहले रविवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मिली जानकारी के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही है। गौरतलब है कि, सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की सर्वदलीय बैठकें सत्र आरंभ होने से पहले बुलाई जाती हैं।

ये मुद्दे उठा सकती है विपक्ष

गौरतलब है कि, महामारी के दौरान पर क्षेत्र में हलचल मची हुई है। जिसके चलते संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी, कोविड-19 से कथित तौर पर सही से नहीं निपट पाने, तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन और वैक्सीनेशन को लेकर विपक्ष, केंद्र सरकार को घेरे में ले सकती है।

ओम बिरला ने दी जानकारी

आपको बता दें कि, इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार कहा था कि दोनों सदनों की बैठक 11 बजे एक ही समय पर शुरू होगी। संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है और यह 13 अगस्त तक चलेगा। आमतौर पर जुलाई में शुरू होने वाला मानसून सत्र कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले साल सितंबर में आरंभ हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा था कि संसद के मानसून सत्र के दौरान कोविड संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। जिन लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है उन्हें सत्र के दौरान संसद परिसर में प्रवेश से पहले आरटी-पीसीआर जांच करवाने को कहा जाएगा। ओम बिरला ने आगे कहा कि 323 सांसदों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है जबकि 23 सांसद कुछ मेडिकल कारणों से वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं ले पाए हैं।