इंदौर। मातुश्री देवी अहिल्या की नगरी इंदौर न केवल प्रदेश की आर्थिक राजधानी है बल्कि एजुकेशन हब भी है। इसलिए आयुष मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित आयुष विश्वविद्यालय इंदौर में ही शुरू किया जाना चाहिये। ये निवेदन आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से एक कार्यक्रम के दौरान मुलाक़ात कर उन्हें पत्र सौपा। इस पर सिंह ने गंभीरतापूर्वक सकारात्मक विचार-विमर्श करने का आश्वासन दिया है।
उल्लेखनीय है कि डॉ. द्विवेदी पूर्व में भी मुख्यमंत्री से इस संबंध में निवेदन कर चुके हैं। उनका तर्क है कि भोपाल को इंजीनियरिंग और जबलपुर को मेडिकल यूनिवर्सिटी मिलने के बाद अब आयुष विवि इंदौर में ही स्थापित किया जाना चाहिए क्योंकि यहाँ प्रदेश के अन्य शहरों के मुकाबले आयुष विवि के लिये जरूरी तमाम साधन, संसाधन एवं तकनीकी ज्ञान एवं अनुभवी चिकित्सक सहजता से उपलब्ध हैं। इसके अलावा यहां मेडिकल कॉलेज, आईआईएम, आईआईटी जैसे संस्थान भी हैं।
उल्लेखनीय है कि संचालनालय, आयुष, मध्यप्रदेश ने 25 मई 2023 को पत्र जारी कर जानकारी दी थी कि प्रदेश में आयुष विवि की स्थापना किए जाने की प्रक्रिया जारी है। डॉ. द्विवेदी का कहना है इंदौर में मेडिकल फील्ड से जुड़े एक से बढ़कर एक कोचिंग संस्थान मौजूद हैं। जिनमें हजारों की संख्या में विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।इन विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के दृष्टिगत भी इंदौर को बेहतर सुविधाओं के साथ आयुष विवि की सौगात मिलनी जरूरी है। इससे आयुष के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान भी हो सकेंगे, जो कि समुची मानवता के लिए अत्यंत हितकारी साबित होंगे। अतः इस संबंध में तत्काल निर्णय लिये जाने की आवश्यकता है।