इंदौर। मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के नवागत प्रबंध निदेशक(एमडी) अमित तोमर ने सोमवार की शाम पोलोग्राउंड स्थित बिजली मुख्यालय में स्काडा एवं स्मार्ट मीटर कंट्रोल रूम का भ्रमण किया एवं वहां की व्यवस्थाएं समझी।
प्रबंध निदेशक तोमर सबसे पहले स्मार्ट मीटर कंट्रोल रूम पहुंचे। स्मार्ट मीटर सेल के चीफ इंजीनियर एसआर बमनके, एसई डीएस चौहान, कंट्रोल रूम प्रभारी नवीन गुप्ता ने उन्हें बताया कि रेडियो फ्रीक्वैंसी तरीके के स्मार्ट मीटरों की स्थापना का इंदौर में सबसे बेहतर प्रयोग हुआ है। इससे उपभोक्ता सेवा में बढ़ोत्तरी के साथ ही लाइन लास घटाने में मदद एवं चोरी रोकने में सफलता मिल रहा है। बीस मिनट के दौरान तोमर ने तीनों ही अधिकारियों से स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट में दो साल के दौरान किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों के साथ ही उपभोक्ता सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान मप्रपक्षेविविकं के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रबंध निदेशक तोमर इसके बाद आईटी सेंटर स्थित स्काडा कंट्रोल सेंटर पहुंचे, यहां विद्युत लाइनों व 75 ग्रिडों से इंदौर शहर को प्रदाय होने वाली बिजली का नेटवर्क संचालित होता है। तोमर ने वहां स्काडा के प्रभारी एसीई अशोक शर्मा एवं एसई आईटी सुनील पाटौदी से स्काडा के संबंध में जानकारी प्राप्त की। शर्मा एवं पाटौदी ने बताया कि ग्रिडों से होने वाले विद्युत प्रवाह एवं बड़ी लाइनों में होने वाले फाल्ट को कम्प्यूटर एवं वीडियो वाल पर देखा जा सकता है। किसी भी समय यह पता लग जाता है कि शहर में बिजली की मांग कितनी है। फाल्ट का समय पर पता लगने से तुरंत सुधार कर बिजली व्यर्थ जाने से रोका जा सकता है। तोमर ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी यानि आईटी के प्रयोग से आपूर्ति व्यवस्था में और सुधार एवं उपभोक्ता सेवा में निरंतर बढ़ोत्तरी की जाएगी। आईटी की मदद से बिजली कंपनी को ऊंचाइयों तक ले जाया जाएगा। तोमर ने ऊर्जस एप, एनजीबी बिलिंग साफ्टवेयर, स्मार्ट मीटर सेल के कार्य की तारीफ भी की। कंपनी हित में सतत लगनपूर्वक कार्य करने का आह्वान किया।