Mann Ki Baat : शहीद भगत सिंह और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को किया याद, PM मोदी ने ये की बड़ी घोषणा

rohit_kanude
Published on:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर माह को रविवार के दिन रेडियों के माध्यम से देश वासियों के साथ मन की बात का कार्यक्रम करते हैं। उन्होंने आज मन की बात कार्यक्रम में आजादी का अमृत महोत्सव से लेकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय और शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भी याद किया। इस दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान किया है कि, चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बदलकर भगत सिंह के नाम पर किया जाएगा। इसी के साथ चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के साथ ही देशवासियों को इसके लिए बधाई दी।

दीनदयाल उपाध्याय की मनाई जयंती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के साथ ही देशवासियों को इसके लिए बधाई दी और कहा कि इसका इंतजार काफी समय से किया जा रहा था। उन्होंने जयंती पर दीनदयाल उपाध्याय को भी याद किया और कहा कि 25 सितंबर को उनकी जयंती मनाई जाती है। वे कहते थे कि देश की प्रगति का पैमाना, अंतिम पायदान पर मौजूद व्यक्ति होता है। आजादी के अमृतकाल में हम दीनदयाल उपाध्याय को जितना जानेंगे, उनसे जितना सीखेंगे, देश को उतना ही आगे लेकर जाने की प्रेरणा हम सबको मिलेगी।

मानवदर्शन और अंत्योदय के विचार

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद देश में जो हीनभावना थी। उससे आजादी दिलाकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने हमारी बौद्धिक चेतना को जागृत किया। पीएम ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय के विचारों की सबसे बड़ी खूबी यही रही है कि उन्होंने अपने जीवन में विश्व की बड़ी-बड़ी उथल-पुथल को देखा था। वे विचारधाराओं के संघर्ष के साक्षी बने थे और इसीलिए एकात्म मानवदर्शन और अंत्योदय के विचार देश के सामने रखे जो पूरी तरह भारतीय थे।

Also Read : Indore News : महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने किया सांसद शंकर लालवानी के साथ ई रिक्शा का सफ़र, महिला चालक ने चलाई ई रिक्शा

उन्होंने कहा कि, दीनदयाल उपाध्याय ने मानव मात्र को एक समान मानने वाले भारतीय दर्शन को फिर से दुनिया के सामने रखा। हमारे शास्त्रों में कहा गया है- आत्मवत् सर्वभूतेषु यानी जीव मात्र को अपने समान मानें, अपने जैसा व्यवहार करें. पीएम मोदी ने कहा कि, भारतीय दर्शन कैसे दुनिया का मार्गदर्शन कर सकता है, ये दीनदयाल उपाध्याय ने हमें सिखाया।

स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों पर चलते का सपना

उन्होंने कहा कि, वे कहते भी थे कि हमारी आजादी तभी सार्थक हो सकती है। जब वो हमारी संस्कृति और पहचान की अभिव्यक्ति करे और इसी विचार के आधार पर उन्होंने देश के विकास का विजन दिया। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों पर चलते हुए उनके सपनों का भारत बनाने का आह्वान किया और कर्तव्यपथ पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित किए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक की भी चर्चा की और कहा कि, जीवन के संघर्षों से तपे हुए व्यक्ति के सामने कोई भी बाधा टिक नहीं पाती।