प्रबंध निदेशक तोमर ने बैठक में दिए निर्देश, बोले- सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों को गंभीरता से ले

Akanksha
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इंदौर। सीएम हेल्प लाइन पर आने वाली शिकायतों, मांगों की कंपनी स्तर पर भी मानिटरिंग की जा रही है। सीएम हेल्प लाइन पर आने वाली शिकायतों को फील्ड अधिकारी अत्यंत गंभीरता से ले। फोर्स से फोरक्लोज करने की बजाए उपभोक्ता, शिकायत कर्ता को संतुष्ट करने का सघनतम प्रयास किया जाए।

उक्त निर्देश मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बुधवार को दिए। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी सीएम हेल्प लाइन पर आए प्रकरणों में लापरवाही बरतते पाए गए, उन्हें मुख्यालय से नोटिस जारी किया जाएगा। प्रबंध निदेशक तोमर ने कहा कि घरेलू, गैर घरेलू, औद्योगिक, किसान आदि उपभोक्ताओं की स्थानीय स्तर पर मिलने वाली शिकायतों पर समय पर ध्यान देकर राहत दी जाए,  यथासंभव सुझाव पर भी अमल हो ताकि उपभोक्ता संतुष्टि बढ़े। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर के सीआरपीयू तुलनात्मक रूप से गत वर्ष से घटा है, इससे सतत प्रयास कर बढ़ाया जाए। उन्होंने स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट, कंज्यूमर इंडेक्सिंग, फीडर सेपरेशन, विजिलैंस, स्टोर आदि मामलों भी समय पालन, सुधार एवं रिकार्ड अपडेट रखने के निर्देश दिए।

अस्पतालों की आपूर्ति की समीक्षा

मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने बताया कि मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर व अन्य महत्वपूर्ण अस्पतालों में बिजली आपूर्ति की समीक्षा कराई गई है, आपूर्ति पर सतत निगाह रखने को कहा गया है। अस्पतालों की व्यवस्थाओं संबंधी प्रतिवेदन तीन दिन में मुख्यालय भेजने के निर्देश जारी किए गए है।

हर उपभोक्ता से राशि वसूली जाए

निदेशक मनोज झंवर ने बताया कि हर उपभोक्ता से माह में बकाया बिल राशि वसूलने की कोशिश की जा रही है। इस माह 25 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं से रकम जमा कराने लिए फील्ड में तैयारी की गई है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, गजरा मेहता, वरिष्ठ अधिकारी सर्वश्री कैलाश शिवा, पुनीत दुबे, एसआर बमनके, अशोक शर्मा, रवि मिश्रा, कामेश श्रीवास्तव , अंतिम जैन आदि ने भी विचार रखे।