बंगाल: ममता बनर्जी ने उठाई कोलकत्ता को राजधानी बनाने की मांग

Ayushi
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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आज बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा 9 कीमी की पद यात्रा का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में टीएमसी के कार्यकर्त्ता के साथ साथ लोगो का हुजूम देखने को मिला। इस रोड शो की शुरुआत टीएमसी कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोगों ने शंखनाद की ध्वनि के साथ हुई। सुभाष चंद्र बोस जा जन्म करीब 12 बजे के आस-पास हुआ था। इसलिए टीएमसी का कार्यक्रम ठीक इसी समय पर शुरू हुआ।

इस रोड शो के खत्म होने के बाद ममता बनर्जी द्वारा संबोधन दिया गया। जिस में ममता बनर्जी ने भारत की राजधानी को लेकर बड़ा दिया। उन्होंने कहा कि भारत में चार रोटेटिंग राजधानियां होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों ने  कोलकाता में रहते हुए पूरे देश में राज किया था. देश में सिर्फ एक राजधानी ही क्यों रहे?

ममता बनर्जी ने अपने भाषण में आगे कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई हर समुदाय के लोग थे। नेताजी का विचार भारत को एक रखने का था, देश को बाटने का नहीं। उन्होंने आगे बीजेपी को घेरते हुए कहा कि अंग्रेजों ने बांटो और राज करो की नीति अपनाई थी। अब ‘बीजेपी लोगों को बांटना चाहती है. मेरी लड़ाई देश के लिए है।’ उन्होंने आगे केंद्र सरकार से मांग करते हुए नेताजी की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश करने की अपील की।