चमोली में ग्लेशियर बहने से बड़ा हादसा, लोगों के बहने की भी आशंका, अलर्ट जारी

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आज देश की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की रिपोर्ट है। राज्य के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची हुई है। यह ग्लेशियर जिले के रेणी गांव के पास टूटा है। प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है। इसमें कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ग्लेशियर धोली नदी के किनारे किनारे बह रहा है।

बता दे, ग्लेशियर की बाढ़ की वजह से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही झूला पुल भी इसकी चपेट में आए हैं। इन सबके साथ ही एनटीपीसी निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाढ़ जल विद्युत परियोजना के डैम साइड बराज साइट को भी नुकसान होने की सूचना मिल रही है।  उत्तराखंड सरकार के चीफ सेक्रेटरी ने इस बीच कहा है कि ग्लेशियर हादसे में 100 से 150 लोगों के बहने की आशंका है। इससे पहले स्थानीय प्रशासन ने कहा कि घटना में 10 हजार से अधिक लोगों के प्रभावित होने की आशंका है।

इन सबको देखते हुए प्रशासन ने अलकनंदा नदी और धौली नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है, उन्हें वहां से हटने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव और डीएम चमोली से घटना की पूरी जानकारी ली है। सीएम लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सरकार ने सभी संबंधित जिलों को अलर्ट कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, मोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं, लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं। कहा जा रहा है कि इस घटना में जाल माल का बड़ी संख्या में नुकसान होने की आशंका है। बात दे, अपर जिलाधिकारी टिहरी शिव चरण द्विवेदी ने बताया कि घटना के बारे में सूचना मिलने के बाद जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

साथ ही आसपास के गांवाों को खाली कराया जा रहा है। अब खबर है कि हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। सभी थानों और नदी किनारे बसी आबादी को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। नदी से बोट संचालन और राफ्टिंग संचालकों को तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए हैं।