हम वर्षों से महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक उत्सव मनाते आ रहे हैं , शिव पंचायत की पूजा-अर्चना कर एवं रुद्राभिषेक आदि के माध्यम से। शिव परिवार के मुखिया स्वयं शिवजी, फिर जिनका वाहन नंदी है, गले मे सर्प है, और पुत्र गणेश हैं जिनका वाहन मूषक है। दूसरे पुत्र कार्तिकेय हैं, जिनका वाहन मोर है। इन सब बातों में चिंतन का विषय यह है कि नंदी,मूषक, सर्प और मोर एक साथ नहीं रह सकते फिर भी शिव दरबार मे हम इनके एक साथ दर्शन करते है। जहां इतनी विषमता के बाद भी शिव-परिवार एक साथ रहने का संदेश देता है, पर आज के समय मे थोड़े से मन मुटाव, स्वार्थ, अहंकार और ग़लत सलाह के कारण हम अपने ही परिवार से दूरी बना लेते है। आइए आज महाशिवरात्रि के दिन एक महा-संकल्प लें की किसी भी परिस्थिति में मैं अपने परिवार से दूरी नहीं बनाऊंगा।
तुझ में नारायण, मुझ मे नारायण संदेश को शिरोधार्य कर अपने रिश्तों को और परिवार को सवारने की प्रतिज्ञा करें। इस दृढ़ संकल्प के लिए महाशिवरात्रि से अधिक उत्तम और कोई त्यौहार नहीं हो सकता अपने परिवार के साथ इस महाशिवरात्रि पर शिव परिवार की पूजा के साथ यह संकल्प आत्मसात करेंl सामान्यतः हर त्योहार कुछ ना कुछ संदेश देता है जिससे समाज में वासुदेव कुटुंबकम् की भावना जाग्रत की जा सकती है। 14 जनवरी मकर सक्रांति को पिता पुत्र दिवस, 14 फरवरी वेलेंटाइन डे को वरिष्ठ दंपति दिवस और अब इस वर्ष 11मार्च को आने वाली महाशिवरात्रि को द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन एवम रूद्राभिषेक आदि पूजा पाठ के साथ देश विदेश मे रहने वाले संयुक्त परिवारों का कृतज्ञ धन्यवाद हम ऑनलाइन ज़ूम सेशन पर करेंगे। समय 8.30PM से 9.30PM पर होगा जूम id 9826070286 ।उपरोक्त कार्यक्रम निशुल्क है कोई भी ज्वॉइन कर सकता है ।कार्यक्रम में केदारनाथ के धर्माधिकारी उनियाल भुवन जी एवम काशी से श्रीकांत मिश्रा जी एवम अन्य गणमान्य लोग ज्वॉइन होगे।
कृष्णा कांत मिश्रा
कृष्णा गुरुजी