शिवानी राठौर, इंदौर : कल 8 मार्च शुक्रवार को देशभर में शिवरात्रि का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जायगा. जगह-जगह बाबा महादेव के जयकारे सुनाई देंगे. साथ ही कई जगहों पर विशेष पूजा-अर्चना के साथ साथ भंडारों का भी आयोजन किया जाएगा. आपको बता दे कि इस दिन स्नान,दान, पूजन-अर्चन और उपवास करने से आपकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है और अपार धन प्राप्ति के साथ साथ व्यापार में भी सफलता मिलती है. इसके अलावा आप इस दिन शिव के नाम से छोटे छोटे टोटके करके भी अपने जीवन में होने वाली परेशानियों को दूर कर सकते है. तो आइयें जानते है वो कौन से ऐसे टोटके है जो आपके जीवन में बदलाव ला सकते है.
दरअसल, इस साल शिवरात्रि काफी ख़ास मानी जा रही है, क्योंकि 72 सालों के अद्भुत संयोग के बाद ऐसा योग बन रहा है, जिसमें शिवयोग, घूम्र योग और कृतिवाशेश्वर योग शामिल है, यही कारण है कि इस साल की महाशिवरात्रि खास है. तो आइयें जानते है कब, कैसे करें शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा..
पूजन-अर्चन के साथ करें ‘व्रत’
8 मार्च को महाशिवरात्रि के खास मौके पर आप भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ विधि विधान पूर्वक एक दिन का व्रत कर लें और चार प्रहर की पूजा कर लें. ऐसा करने से आपके जीवन में काफी बदलाव नजर आएंगे और शिव आप पर प्रसन्न हो जाएंगे. ऐसा कहा जाता है इस दिन व्रत करने वालों को तो उतना ही पुण्य लाभ मिलता है जितना साल भर में व्रत और पूजा करने में मिलता है.
ये छोटा सा टोटका देगा भरपूर लाभ
महाशिवरात्रि को लेकर ज्योतिष आचार्य का कहना हैं कि इस दिन व्रत करते हुए चार प्रहर की पूजा करे और मध्यम प्रहर में शिव पार्वती का विवाह रचाएं तो बहुत पुण्य लाभ मिलेगा. साथ ही आपके रुके हुए काम-धंधों में भी आपको सफलता मिलेगी. इसके अलावा रुका हुआ पैसा भी आपको वापस मिल जायेगा और घर में भी आपको सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी.
महाशिवरात्रि पर पूजा विधि
सबसे पहले आप महाशिवरात्रि के दिन सुबह उठें और ब्रम्ह मुहूर्त में स्नान करते हुए भगवान भोलेनाथ को प्रणाम करें. इसके पश्चात पूजा करने से पहले भगवान शिव की मूर्ति बना लें, इसके लिए मिट्टी या पत्थर का उपयोग कर सकते हो. मूर्ति बनाने के बाद शिव की पूजा की शुरुआत करें. उसके बाद धूप दीप नैवेद्य, बेलपत्र, पुष्प समेत सब पूजन सामग्री अर्पित करें. एक बात का खास ध्यान रखे इस दिन भगवान को भोग लगाने के साथ साथ गायो को भी भोग लगाएं, इससे बाबा महादेव काफी प्रसन्न होते है. परन्तु ध्यान रहे ये पूजा पाठ आप महाशिवरात्रि के दिन चार प्रहार में ही करें.