महाराष्ट्र में सियासी बवाल के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुलाक़ात की. ऐसा कहा जा रहा है कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच वरिष्ठ पुलिस अफसर रश्मि शुक्ल की रिपोर्ट को लेकर चर्चा की गई है. दूसरी ओर गृह मंत्री अनिल देशमुख के खलाफ परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी।
ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार को गुमराह करके टैपिंग की गई है. बता दें कि तीसरी पार्टी की चर्चा पर यह रिपोर्ट आधारित है. वहीं गृह मंत्री से संबंधित कर्मचारियों के साथ बात की जांच को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं है. उस समय कोई ट्रांसफर नहीं किया गया था जब कोरोना के दौरान तीसरी बार बातचीत हुई.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटेलिजेंस विभाग में कमिश्नर रश्मि द्वारा बीते साल 25 अगस्त को एक चिट्ठी लिखी गई थी. जिसमें लिखा गया था कि महाराष्ट्र के पुलिस विभाग में अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर को लेकर एक पर्दाफाश हुआ है, जिसमें राजनीतिक कनेक्शन वाले कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं.
वहीं एंटीलिया मामले और मनसुख हिरेन हत्याकांड के बाद मुंबई पुलिस के बड़े पैमाने पर फेरबदल किया गया. क्राइम ब्रांच के 28 पुलिस इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर कर दिया गया और इनमें से ज्यादातर यूनिट के इंचार्ज हैं.