मुंबई: देश में कोरोना की इस नई लहर् से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और दिल्ली की हालात ख़राब है, जिसके बाद दिल्ली में तो 6 दिन के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है, और महाराष्ट्र की स्थिति फ़िलहाल कोरोना को लेकर बहुत ही नाजुक है क्योंकि राज्य में संक्रमण फैलने की दर तेज़ी से बढ़ रही है, और इस बार इसकी चपेट में बच्चे भी आ गए है, ऐसे में राज्य सरकार ने 1 मई से शुरू होने वाले वैक्सीन के तीसरे चरण में फ्री टीकाकरण को लेकर घमासान शुरू हो गया है।
कई राज्यों में फ्री वैक्सीन टीकाकरण का एलान किया गया है, जिसके बाद महाराष्ट्र में इस बात का क्रेडिट सरकार और सहयोगी दल में घमासान छिड़ चुका है, जिसे लेकर कांग्रेस का कहना है कि- ‘यह सभी दलों के सुझाव पर लिया गया फैसला है, इसमें किसी एक पार्टी की कोई खास भूमिका नहीं है।’
1 मई से शुरु होने वाले वैक्सीन टीकाकरण के तीसरे चरण को लेकर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में 18 से 45 साल के लोगों को फ्री में कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी, और इस बात की घोषणा कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने की थी।
महाराष्ट्र में सरकार के फ्री वैक्सीन टीकाकरण के निर्णय के बाद इस बात का श्रेय लेने वाले सियासी दल के नेताओं से कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोराट ने नाराजगी दर्ज कराइ है, उनका कहना है कि- “कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साफ तौर पर कहा है कि सभी नागरिकों को निःशुल्क वैक्सीन मिलनी चाहिए, कांग्रेस का स्टैंड महाराष्ट्र में स्पष्ट है, सभी को फ्री में वैक्सीन मिलनी चाहिए।” आगे उन्होंने कहा कि- “व्यक्तिगत और पार्टी क्रेडिट के लिए कुछ लोग फैसले का ऐलान कर रहे हैं, इससे पहले कि सीएम घोषणा करें, यह बिल्कुल सही नहीं है।”