यदि आप महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर संगम में पुण्य की डुबकी लगाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अतिरिक्त खर्च के लिए तैयार रहना होगा। निजी टेंटों और होटलों ने इस अवसर पर अपने किराए में तीन गुना तक वृद्धि कर दी है। सामान्यतः 6-7 हजार रुपये में मिलने वाला होटल मौनी अमावस्या पर 22 हजार रुपये से अधिक का हो गया है। वहीं, निजी टेंट जिनका किराया पहले 15 हजार रुपये था, अब 45 हजार रुपये तक पहुंच चुका है।
विशेष लग्जरी कॉटेज में तीन रातों तक ठहरकर आस्था की डुबकी लगाने के लिए आपको 2.40 लाख रुपये तक खर्च करने होंगे। वहीं, डोम सिटी में ठहरने का दैनिक किराया 91 हजार रुपये तक पहुंच गया है। इन पैकेजों में रहने के साथ नाश्ता, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी शामिल हैं। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान को अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।
मोक्ष प्राप्ति का मार्ग, मौनी अमावस्या का महत्व
ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति पापों से मुक्त होकर आत्मा की शुद्धि प्राप्त करता है। इसे मोक्ष प्राप्ति का साधन भी माना जाता है। इस दिन मौन व्रत रखकर गंगा में स्नान और ध्यान करने से मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है। इसी धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को देखते हुए सरकार ने अनुमान लगाया है कि मौनी अमावस्या पर करीब 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे।
सरकार और प्रशासन ने तैयारियां कीं तेज
इसे ध्यान में रखते हुए सरकार और मेला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। वहीं, मौनी अमावस्या के लिए अधिकांश टेंट और होटल पहले ही बुक हो चुके हैं। जो कुछ उपलब्ध हैं, वे मनमानी कीमतें वसूल रहे हैं। स्थिति यह है कि महाकुंभ के दौरान टेंट और शहर के होटलों में किराए औसतन तीन गुना तक बढ़ गए हैं। सिविल लाइंस स्थित होटल मिलन में मौनी अमावस्या के लिए लगभग सभी बुकिंग फुल हैं। जो दो-तीन कमरे बचे हैं, उनका किराया 22,500 रुपये निर्धारित किया गया है।
मौनी अमावस्या के दौरान तीन रातों की बुकिंग जरूरी, किराए में भारी बढ़ोतरी
महाकुंभ के दौरान आईआरसीटीसी ने टेंट सिटी स्थापित की है, जिसका किराया 18 से 20 हजार रुपये तय किया गया है। एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि स्नान पर्व पर इसमें तीन रातों की बुकिंग अनिवार्य है। इसका मतलब है कि यदि आप मौनी अमावस्या पर केवल एक या दो दिन की बुकिंग करना चाहते हैं, तो वह स्वीकार नहीं की जाएगी। इस प्रकार, पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आपको कम से कम 54 हजार रुपये खर्च करने होंगे।