महाकाल मंदिर के वीर सेवक सत्यनारायण सोनी ने 50 साल तक भस्म आरती में दी सेवा, घूंघट करने की लगाते थे आवाज

Deepak Meena
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Mahakal Temple : महाकाल मंदिर के वीर सेवक, सत्यनारायण सोनी का मंगलवार देर रात मुंबई में निधन हो गया। 80 वर्षीय सोनी होली के दिन मंदिर में हुए आग हादसे में गंभीर रूप से झुलस गए थे। सोनी पिछले 50 सालों से महाकाल मंदिर की भस्म आरती में सेवा दे रहे थे। वे भस्म आरती में सफाई, पूजन सामग्री इकट्ठा करना, थाली सजाना और अन्य कामों में हमेशा तैयार रहते थे।

पुजारी परिवार के तीन पीढ़ियों के साथ उन्होंने बाबा महाकाल की सेवा की। उनका निधन मंदिर के पुजारी परिवार और मंदिर प्रबंध समिति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। बताया जाता है कि सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे, जो कि भस्म आरती में सफाई करना हो, पूजन सामग्री एकत्रित करना हो, थाली सजाना हो या अन्य कोई भी काम हमेशा हर कार्य करने के लिए तैयार रहते थे।

इस बारे में महाकाल मंदिर के पुजारी बताते हैं कि बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी मंदिर में आते हों लेकिन उनके सहयोगी के रूप मे सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे।

महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित राम गुरु ने बताया कि लगभग 50 वर्षों से महाकाल भक्त सत्यनारायण सोनी भस्म आरती में अपनी सेवाएं दे रहे थे पुजारी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ उन्होंने बाबा महाकाल की सेवा की। पुजारी परिवार और मंदिर प्रबंध समिति ने उन्हें बचाने के काफी प्रयास किया, लेकिन भगवान महाकाल ने उन्हें अपने चरणों में बुला लिया।