नई दिल्ली : देशभर में आज माघ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पूर्णिमा हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। आपको बता दे कि पूर्णिमा तिथि 27 फरवरी दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। उसके बाद फाल्गुन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जायेगी। इसलिए शनिवार को ही स्नान दान की माघी पूर्णिमा है। शास्त्रों के अनुसार पूरे माघ महीने के दौरान स्नान और दान का महत्व बताया गया है।
ये है कार्यों का शुभ समय…
माघ पूर्णिमा के दिन शाम 7 बजकर 37 मिनट तक सुकर्मा योग रहेगा। इस योग के दौरान किए गये कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है। विशेषकर कि नई नौकरी ज्वॉइन करने के लिये ये योग बड़ा ही शुभ होता है। दोपहर पहले 11 बजकर 18 मिनट तक मघा नक्षत्र रहेगा। उसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र लग जायेगा, जो रविवार सुबह 9 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए माघ पूर्णिमा के साथ लग रहे हैं योग और नक्षत्रों में कौन से उपाय करना होगा शुभ। अगर आपकी कोई इच्छा बहुत दिनों से पूरी नहीं हो पा रही है, तो आज 51 कागज की पर्चियां बनाएं और उन सब पर लाल पेन से ‘श्री’ लिखें। हर पर्ची पर श्री लिखते समय अपनी इच्छा मन में दोहराएं। अब इन पर्चियों को इकट्ठा करके एक कपड़े में बांध लें और भगवान विष्णु के मन्दिर में जाकर चढ़ा दें। आपकी इच्छा को जल्दी ही वास्तविक रूप मिलेगा।
पूजन विधि..
अगर आप अपने जीवन से शत्रुओं का भय मिटाना चाहते है तो उसके लिए आज भगवान विष्णु के 12 नाम लेते हुए उन्हें पीले फूल अर्पित करें। भगवान विष्णु के 12 नाम इस प्रकार हैं- अच्युत, अनंत, दामोदर, केशव, नारायण, श्रीधर, गोविंद, माधव, हृषिकेष, त्रिविकरम, पद्मानाभ और मधुसूदन। एक नाम लें और एक फूल भगवान विष्णु को अर्पित करें। चढ़ाए गए फूलों को शाम के समय भगवान के सामने से हटाकर किसी बहते पानी में प्रवाहित कर दें या पीपल के पेड़ के नीचे रख दें ।
अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों को बेहतर बनाये रखना चाहते हैं, तो आज आपको सुबह स्नान के बाद विष्णु भगवान की पूजा करके तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना चाहिए और हाथ जोड़कर तुलसी के पौधे को प्रणाम करना चाहिए।