मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक शहर मांडू में आज पर्यटकों को तेंदुआ देखा है। वैसे तो यहां अक्सर तेंदुएं देखें जाते है इस वजह से मांडू हमेशा सुर्ख़ियों में भी रहता है। आज मांडू में बस्ती के पास बने रेस्ट हाउस के पास मार्ग पर रात को तेंदुआ नजर आया। तेंदुआ दिखने के बाद अफरा-तफरी और दहशत का माहौल छा गया।
बता दे, पर्यटकों ने जब तेंदुए को देखा, तो वे हक्के-बक्के रह गए। ऐसे में पहले पर्यटक अपने वाहन में जाकर सुरक्षित हो गए, उसके बाद कोई तेंदुए का फोटो खींचने के लिए सामने आए तो कोई वीडियो बनाने में मशगूल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, बीती रात रात पर्यटकों द्वारा बनाया गया तेंदुए के विचरण का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जब लोगों ने इसका वीडियो देखा तो इस वीडियो को जमकर शेयर किया और अपने रिश्तेदारों को भी भेजा। वायरल वीडियो 43 सेकंड का है और इसमें सैलानी तेंदुआ देखने के बाद घबराहट के साथ एक-दूसरे को तेंदुआ आया… तेंदुआ आया… चिल्लाते हुए नजर आ रहे हैं।
बता दे, मांडू में तेंदुए के स्वतंत्र विचरण करने के वीडियो आए दिन वायरल होते हैं। यहां आए सैलानी उन्हें शेयर करते हैं। कुछ दिन पूर्व ही काकड़ा खोह के पास मुख्य मार्ग पर तेंदुआ देखने के बाद वीडियो जमकर शेयर हुआ था। उसके बाद छह महीनों में तीन बार मांडू घाट और मांडू के तारापुर घाट क्षेत्र में खुलेआम घूम रहे तेंदुए का वीडियो वायरल हुआ था।
मांडू में है टाइगर बालकनी
मांडू के जंगल प्राचीन काल से ही शहरों और तेंदुए का प्राकृतिक बसेरा रहे हैं। इसका जिक्र सदियों पुराने ग्रंथों में आज भी मौजूद है। मांडू में विचरण करने वाले तेंदुए और शेरों को लेकर बड़े-बड़े इतिहासकारों ने भी अपनी रचनाओं में वर्णन किया है।
मांडू में राजवंश के लोगों ने इन्हें देखने के लिए यहां नाहर झरोखा बनाया था, जो आज भी केंद्रीय पुरातत्व विभाग की संरक्षित स्मारक के रूप में यहां स्थापित है। देश-विदेश से सैलानी मांडू से तेंदुए और शहरों के संबंध को जानने यहां पहुंचे हैं। राजवंश के लोग यहां आकर जंगलों में मौजूद शेरों और तेंदुआ को शौकिया तौर पर निहारते थे।