केंद्र की ओर से मध्यप्रदेश को मिली खुशियों की सौगात, खुलेगी बाल चिकित्सा इकाइयां

Akanksha
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश को खुशियों की सौगात दी है। दरअसल, केंद्र सरकार के इमरजेंसी कोविड रिस्पास पैकेज फेज-2 से मध्य प्रदेश के जिलों में भी बाल चिकित्सा इकाइयां स्थापित की जाएगी। मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के 736 जिलों में ऐसी समर्पित बाल चिकित्सा देखभाल इकाई खोली जाएंगी। इन इकाइयों में 20, 120 ऑक्सीजन वाले बाल चिकित्सा बिस्तर, 5,888 बाल चिकित्सा एचडीयू विस्तर और बाल चिकित्सा आईसीयू बिस्तर शामिल हैं। आपको बता दें कि, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान केंद्र सरकार ने म.प्र. को भी भरसक मदद की गई है।

केंद्रीय मंत्री तोमर ने जताया आभार

इन इकाइयों में चंबल, ग्वालियर सहित प्रदेश के 101 आक्सीजन प्लांट भी केंद्र ने स्वीकृत किए हैं। वहीं इन सब स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि, केंद्र सरकार ने कोविड महामारी से निपटने के उद्देश्य से मप्र के लिए स्वीकृत 101 आक्सीजन प्लांट में से 58 जिला अस्पतालों के लिए हैं। इनमें से 9 ग्वालियर डिवीजन के हैं, इनके अलावा इस अंचल के तीन सिविल अस्पतालों में दो कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स है और एक प्लाट ग्वालियर मेडिकल कालेज के लिए स्वीकृत किया गया है।

केंद्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि, मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार लगभग दो हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दे चुकी हैं, वहीं लगभग 2100 और शीघ्र ही मिलेंगे। इनमें से करीब सवा तीन सौ आक्सीजन कंसन्ट्रेटर ग्वालियर-चंचल क्षेत्र के लिए मिल चुके हैं और करीब सवा दो सौ और भी मिलेंगे 16 हजार विविध आक्सीजन सिलेंडर भी दिए गए हैं। जिनमें से लगभग ढाई हजार स्वालियर-चंबल अचल को मिले हैं। इसके अलावा केंद्र ने 1700 से अधिक वेंटीलेटर भी दिए हैं, जिनमें से सवा तीन सौ से ज्यादा रेखालियर पल के लिए हैं।

पीएम की अध्यक्षता में मिली स्वीकृति

आपको बता दें कि, हाल ही में पीएम मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 23.123 करोड़ रुपए की लागत वाले भारत कोविड-19 आपात प्रतिक्रिया व स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज- चरण 2″ को स्वीकृति दी है। इस दौरान तोमर ने उनका आभार मानते हुए बताया कि इस योजना का उद्देश्य बाल चिकित्सा देखभाल सहित स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास, उचित परिणाम पर जोर के साथ शुरुआती रोकथाम, पहचान व प्रबंधन के उद्देश्य से त्वरित प्रतिक्रिया के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों में तेजी लाना है। इस पैकेज का लाभ प्रदेश को भी मिलने वाला है।

MP को मिली खुशियों की सौगात

इस पैकेज में सभी जिला अस्पतालों में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के कार्यान्वयन के लिए सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही सभी जिला अस्पताल एनआईसी, विकसित ई-हॉस्पिटल और सीडीएसी सॉफ्टवेयरों के जरिये एचएमआईएस लागू करेंगे। यह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के कार्यान्वयन के लिए सबसे बड़ा प्रोत्साहन होगा। बाल चिकित्सा इकाइयों के अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में 20,000 आईसीयू बिस्तर बढ़ाए जाएंगे, जिनमें से 20 प्रतिशत बाल चिकित्सा आईसीयू बिस्तर होंगे।

साथ ही हर जिले में एक इकाई को सहयोग देने मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम (एमजीपीएस) के साथ 1050 तरल मेडिकल ऑक्सीजन अंडारण टैंकों की स्थापना की जाएगी। एम्बुलेंस के मौजूदा बेड़े को मजबूत करते हुए पैकेज के तहत 8,800 नई एम्बुलैस शामिल की जाएगी। इसके अलावा भी कई अन्य सुविधाएं भी पैकेज में मिलेगी।