कमलनाथ-विजयवर्गीय-सज्जन के बाद इमरती देवी को नोटिस, EC ने 48 घंटे के भीतर मांगा जवाब

Akanksha
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भोपाल : मध्यप्रदेश की मंत्री इमरती देवी बीते दिनों उन पर पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर काफी सुर्ख़ियों में रही थी. एक चुनावी जनसभा के दौरान कमलनाथ ने इमरती देवी को ‘आइटम’ कहकर संबोधित किया था. इसके बाद प्रदेश की सियासत में तेजी के साथ हलचल पैदा हुई थी. चुनाव आयोग ने इसे ध्यान में रखते हुए कमलनाथ को नोटिस जारी कर 48 घंटे के भीतर उनसे जवाब मांगा था. जवाब में कमलनाथ ने कहा था कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया है. मेरा उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना नहीं था. इसके जवाब में चुनाव आयोग ने कमलनाथ को नसीहत देते हुए कहा था कि सार्वजानिक स्थानों पर दोबारा ऐसे शब्दों का प्रयोग न किया जाए. वहीं अब चुनाव आयोग ने इमरती देवी को भी उनके एक विवादित बयान को लेकर उन्हें एक नोटिस जारी कर 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है.

चुनाव आयोग द्वारा मध्यप्रदेश की मंत्री इमरती देवी को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी को पागल कहने और उनके परिवार की महिलाओं के लिए आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करने पर नोटिस दिया गया है. इस नोटिस का जवाब आयोग ने इमरती से 48 घंटे के भीतर मांगा है. बता दें कि मध्यप्रदेश की मंत्री इमरती देवी मध्यप्रदेश के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी है.

बिना नाम लिए साधा था निशाना…

इमरती ने बिना किसी का नाम लिए कमलनाथ के विवादित बयान के जवाब में अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी को बिना नाम लिए पागल कहा था. जबकि उनके परिवार की महिलाओं के लिए भी उन्होंने आपत्तिजनक शब्द उपयोग किए थे. लेकिन वे इस दौरान किसी का भा नाम लेने से बचती हुई नज़र आई थी. लेकिन इशारा साफ़ था कि वे कमलनाथ को जवाब दे रही है.

सोमवार को विजयवर्गीय-सज्जन को थमाया नोटिस…

दूसरी ओर आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश भाजपा के दिग्गज़ नेता कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को भी नोटिस जारी कर 48 घंटे के भीतर जवाबा मांगा है. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ के लिए जबकि सज्जन सिंह वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय के लिए आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किए थे.