इंदौर : इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने आज अधिकारियों के साथ कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए अहम बैठक ली. हालांकि इस दौरान एक अजीब वाकया घट गया, जिसकी अब जोर-शोर से चर्चा चल रही है. मीटिंग से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. जिसमें इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह भरी मीटिंग में अपने काम के प्रति लापरवाही के चलते फटकार लगा रहे हैं.
मीटिंग में आगे जो हुआ वो और भी हैरान करने वाला और चौंकाने वाला था. कलेक्टर मनीष सिंह की फटकार से प्रवीण जड़िया फूट-फूटकर रोने लगे. इतना ही नहीं उन्हें चक्कर भी आने लगे और उनकी तबीयत भी खराब हो गई. इसके बाद वे अस्पताल चले गए. जानकारी मिली है कि तबीयत खराब होने के चलते अब CMHO जड़िया ने पांच दिन का अवकाश भी लिया है. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर सुर्ख़ियों में बना हुआ है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, बात यह है कि, शहर में लगातार बढ़ते कोविड के नए केस के चलते मंगलवार को कल्कटर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली. इस बैठक में इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया भी शामिल रहे. बैठक में कलेक्टर को इस बात की जानकारी हुई कि जननी सुरक्षा की 22 फाइलें अभी लंबित पड़ी हैं, कलेक्टर इस बात से नाराज हो गए और उन्होंने अपनी भड़ास सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया पर निकाल दी. उन्होंने कहा कि प्रसूति सहायता के तहत मिलने वाली राशि के साथ-साथ जननी सुरक्षा में कार्यरत वाहनों की भी दो से ढाई हजार तक फाइलें लंबित पड़ी हुई है. कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक़, इस बारे में उन्होंने प्रवीण जड़िया से जानकारी मांगी थी, हालांकि उनकी तबीयत खराब हो गई और वे फूट-फूट कर रोने लगे.