कमलनाथ द्वारा दिए गए बयान ने तूल पकड़ लिया है। मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को आइटम कहे जाने के बाद यह मामला बढ़ता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध करने सड़कों पर उतर आई है। मुख्यमंत्री ने आज भोपाल में मौन अनशन करके अपना विरोध दर्ज़ किया है। वहीँ दूसरी तरफ कमलनाथ ने अपने बयान पर सफाई जारी की है।
पूर्व सीएम ने बयान जारी करते हुए बताया कि “जब लोकसभा विधानसभा में लिस्ट आती है तो उस पर लिखा होता है आइटम नंबर 1 आइटम कोई दुर्भावना से या असम्मानित दृष्टि से मैंने नहीं कहा आइटम कोई असम्मानित शब्द नहीं है मुझे इस मौके पर विधायक का नाम याद नहीं आ रहा था तो मैंने कहा वो जो यहां की आइटम हैं “
कमलनाथ ने अपने बयान को जारी रखते हुए कहा कि “संसद और विधानसभा में आइटम शब्द आता है। इसका का प्रयोग तो आम होता है। आज आप कोई प्रोग्राम देखते हैं, आज मेरा आइटम नंबर वन ओमकारेश्वर है… तो ये क्या असम्मानित हो गया पर उनको कहने लायक कुछ नहीं। उनका लक्ष्य एक ही है कि जनता का ध्यान मोड़ें।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “वो जनता के सामने आकर पिछले 15 साल और 7 महीने का हिसाब दे। अपने कितना कर्जा माफ़ किया, कितना रोजगार दिया, कितना मुआवजा दिया। सौदेबाजी की बोली बोल कर अपने सरकार बना ली। ये मध्य प्रदेश की जनता को मूर्ख समझते हैं. अगर मैं कोक पीना बंद कर दूं तो क्या रोजगार मिलने लगेंगे. इनके पास कुछ कहने को नहीं है।