मध्य प्रदेश का टाइगर स्टेड का दर्जा बरकरार रहेगा, क्योंकि देश के सबसे ज्यादा बाघ मध्य प्रदेश में हैं। इंटरनेशनल टाइगर डे के मौके पर मध्यप्रदेश इस बार फिर टाइगर स्टेट बन गया है। पूरे देश भर में 785 बाघों के साथ एमपी टॅाप पर रहा। मध्य प्रदेश लगातार दूसरी बार जबकि कुल तीसरी बार टाइगर स्टेट बना है। शनिवार को इंटरनेशनल टाइगर्स डे पर बाघों की संख्या जारी की गई।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश में एक साल के दौरान बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हुई। बाघों के राज्यवार आंकड़े चार वर्ष में जारी किए जाते हैं। 2018 में जारी किए बाघों के आंकड़े में मध्य प्रदेश में 526 बाघ थे। राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण की तरफ से अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राज्यों के हिसाब से बाघों की गणना की गई।
साल 2022 की गणना में मध्यप्रदेश में टाइगर्स की संख्या बढ़कर 785 हो गई है। 2022 की गणना में देश में बाघों की संख्या अब 3167 हो चुकी है, जो कि वैश्विक संख्या का लगभग 75 प्रतिशत है। सर्वाधिक बाघ के मामले में दूसरी तरफ कर्नाटक दूसरे और उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा। एक साल में मध्यप्रदेश में 259 बाघ बढ़े हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के लोगों को बधाई दी है।