Lord Kartikeya : साल में एक बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन गर्भगृह से बाहर आते है कार्तिकेयजी, ये है मान्यता

Share on:

Lord Kartikeya : बुरहानपुर (Burhanpur) जिले में दो दिनों तक कार्तिक पूर्णिमा काफी उल्लास के साथ मनाई जाती है। इन दो दिनों में कई धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। बता दे, शहर के कारंज बाजार क्षेत्र स्थित प्राचीन श्री दत्तात्रय मंदिर में हार साल एक बार होने वाले विशेष दर्शनों के लिए भगवान श्री कार्तिकेयजी की प्राचीन मूर्ति को गर्भगृह से बाहर लाइ जाती है। ऐसे में भक्तों की भी काफी ज्यादा भीड़ इन दो दिनों तक रहती है। इस साल भी कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान के आकर्षक श्रृंगार के दर्शन मंदिर परिसर में झांकी सजाकर कराए जाएंगे।

ये भी पढ़ें – Mahakal Bhasmarti : अब 1500 दर्शनार्थियों को मिली महाकाल भस्मारती में शामिल होने की अनुमति

जानकारी के मुताबिक, मंदिर के व्यवस्थापक संतोष दलाल का कहना है कि मंदिर में साल में एक बार ही कार्तिक पूर्णिमा पर कार्तिकेयजी की मूर्ति के दर्शन सिर्फ महिलाओं को कराए जाते हैं। ऐसे में इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर दर्शन दो दिनों 18 और 19 नवंबर तक खुले रहेंगे। बताया जा रहा है कि इन दो दिनों तक दर्शन पूजन के साथ कई आयोजन आयोजित किए जाएंगे। साथ ही पूर्णिमा पर विशेष अभिषेक, पूजन और महाआरती भी की जाएगी। इस साल इसको लेकर काफी ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है।

दरअसल, बीते दो साल से कोरोना की वजह से ये आयोजन अच्छे से नहीं किया गया इसलिए इस साल इसको लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। गौरतलब है कि बैकुंठ चतुर्दर्शी पर शहर में जगह-जगह दीपदान किए गए। साथ ही ताप्ती नदी में भी दीपदान किए गए। इसके अलावा मंदिरों में दीपक सजाकर कीर्तन किए गए। बता दे, इतवारा के श्री गोकुलचंद्रमाजी मंदिर में भगवान की आकर्षक झांकी सजाई गई। साथ ही दीपमालिका सजाकर जयघोष लगाए गए। वहीं पुष्टिमार्गीय संकीर्तन किया गया।