Loksabha Election: लोकसभा चुनाव को लेकर हरियाणा उत्तरप्रदेश की सीमा पर स्थित यमुनानगर जिले के टापू माजरी गांव और जींद के सुंदरपुरा गांव, जो क्रमशः अंबाला और हिसार लोकसभा सीटों के अंतर्गत आते हैं, यहां के निवासियों ने शनिवार को 2024 के लोकसभा चुनावों का पूर्ण बहिष्कार किया हे। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, लगभग 500 मतदाताओं में से केवल एक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
‘मत न देने के लिये की गई जनसभाएँ’
गांव वालो के द्वारा मतदान न करने का लिया गया निर्णय, मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय 7 अप्रैल को लिया गया, जब ग्रामीणों ने एक पंचायत आयोजित की और राज्य सरकार द्वारा उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं करने पर चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी दी। यह भी निर्णय लिया गया कि वे हरियाणा विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे, जिसके लिए मतदान अक्टूबर में होने की संभावना है।
‘गांव वालो की प्रमुख मांगे’
गांव वालो ने अपनी सम्पूर्ण मांगो को बताते हुवे कहा टापू माजरी निवासी जिले तक बेहतर पहुंच के लिए यमुना पर एक पुल के निर्माण की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें वर्तमान में जिला मुख्यालय या अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। हम लगभग एक दशक से ऐसा कर रहे हैं, हमारे पूर्वजों ने आजादी के बाद से ही ऐसा किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। चूँकि अस्पताल बहुत दूर हैं, कम से कम पाँच मरीज़ पहुँचने से पहले ही मर चुके हैं, सरपंच अरुण कुमार ने कहा कि गांव उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के किनारे स्थित है और यमुनानगर जिले के अधिकार क्षेत्र में आता है, जिसके कारण निवासियों को शहर में काम, शिक्षा, अस्पताल और अन्य जरूरतों के लिए यूपी से होकर जाना पड़ता है।
‘मतदान से पहले, ग्रामीणों के साथ की गईं बैठकें’
जैसे ही यह खबर फैली, मतदाताओं को शांत करने के लिए पंचायत विभाग के अधिकारी उपायुक्त (डीसी) और पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे, डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा, मतदान से पहले, ग्रामीणों के साथ कई बैठकें की गईं, लेकिन वे ऐसा करने पर अड़े रहे। उन्होंने मांग की कि वे फ्लाईओवर के लिए टेंडर जारी होने के बाद ही वोट करेंगे। हालाँकि, प्रस्ताव पहले से ही सरकार के पास है और आदर्श आचार संहिता के कारण इस पर कोई निर्णय नहीं हो सकता है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) गंगा राम पुनिया ने कहा कि किसी भी कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा और एसपी सुमित कुमार ने गांव का दौरा कर निवासियों को वोट डालने के लिए मनाया, लेकिन उनकी अपील भी खारिज कर दी गई।