हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के घोषणापत्र को लेकर बड़ा दावा किया है । सांसद ने कहा कि कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों का उल्लेख नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अल्पसंख्यक के बजाय हाशिये पर रहने वाले समुदाय शब्द का इस्तेमाल किया।
ओवैसी ने दावा किया कि भाजपा के विज्ञापन में उन्होंने एसटी और ओबीसी का जिक्र किया, लेकिन अल्पसंख्यकों का जिक्र नहीं किया क्योंकि उन्हें श्एमश् शब्द से बहुत नफरत है। उन्होनें कहा कि मैंने 17 अप्रैल को विभिन्न समाचारों में नेताओं में भाजपा का विज्ञापन देखा है। कृपया देखें कि जब वे सरकार से व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण या मदद की बात करते हैं, तो यह एसटी और असंबद्ध शब्द है। भाजपा अल्पसंख्यक शब्द का उल्लेख किया गया है से भी इनकार कर रही है, चावला के बारे में भूल जाओ अल्पसंख्यक शब्द का उल्लेख भारत के संविधान में किया गया है और बीजेपी को यह शब्द बहुत अपमानजनक है।
इतना ही नही उन्होंने कहा, कि बीजेपी कहती है कि हाशिए पर रहने वाले समुदायों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन कानून और समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया है, पार्टी ने एक राष्ट्र, एक चुनावश् लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने भाजपा पर जानबूझकर यह सुनिश्चित करने का आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय में स्कूल छोड़ने की दर बढ़े।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को लोकसभा चुनाव घोषणापत्र जारी किया। संकल्प पत्र कहे जाने वाले इस दस्तावेज़ में नए आईआईटी, आईआईएम और एम्स स्थापित करने का भी वादा किया गया है। इसने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का भी वादा किया।