कोरोना का खतरा अब तक ख़त्म नहीं हुआ है। जहां एक तरफ इसके मामले कम हो रहे है वहीं एक तरफ वापस से कई देशों में इसमे मामले बढ़ने लगे है। जिसको देखते हुए वापस से सरकार सख्त होती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से आगामी त्योहारों को देखते हुए फिर से प्रतिबंध लगाने पर विचार करने को कहा है।
इसको लेकर एक पत्र लिखा गया है जिसके मुताबिक, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों से स्थानीय प्रतिबंधों को लागू करने और सामूहिक समारोहों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से विचार करने का आग्रह किया है।
जानकारी के मुताबिक, देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रशासकों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक पत्र लिखा गया है जिसमें लिखा है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल सेंटर फाॅर डिजीज कंट्रोल ने त्योहारों के दौरान बड़े पैमाने पर होने वाले कार्यक्रम, भव्य आयोजन में परिवर्तिन न हो जाए इस पर चिंता व्यक्त की है।
बता दे, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में आगे लिखा है कि मैं दोहराना चाहूंगा कि ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड से बचने के दिशानिर्देश सुनिश्चित करने’ की पाँच गुना रणनीति का कड़ाई से पालन करने में किसी भी तरह की ढिलाई हमारे देश को अब तक प्राप्त प्रोत्साहन पर नकारात्मक असर डालेगी।
आने वाले त्योहारों के मद्देनजर, यह दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि राज्य इन त्योहारों के सार्वजनिक अवलोकन में स्थानीय प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 22 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सामूहिक समारोहों को सीमित कर सकते हैं।’