परिस्थितियां गंभीर होने की दशा में हो सकता है लॉकडाउन पर विचार- सांसद लालवानी

Akanksha
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इंदौर 13 जुलाई, 2020
इंदौर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या में वृद्धि हुई है। इस संबंध में संक्रमण बढ़ने के कारणों और इसकी रोकथाम के उपायों पर विचार करने के लिए जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आज रेसीडेंसी कोठी में संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने वर्तमान परिस्थितियों से जन प्रतिनिधियों को अवगत कराया। बैठक में लॉक डाउन के संबंध में गहन समीक्षा की गई गई। समीक्षा के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि, इंदौर में टोटल लॉकडाउन फ़िलहाल नहीं किया जाए। इसके स्थान पर एक सप्ताह तक कोरोना संक्रमण को रोकने के संबंध में जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए। इसके बाद भी अगर स्थिति नहीं सँभलती और लगातार नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो एक बार पुनः अगले सप्ताह आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित होगी और उचित निर्णय लिया जाएगा।

बैठक में सांसद शंकर लालवानी, डॉक्टर निशांत खरे, विधायक मालिनी गौड़, रमेश मैंदोला, महेन्द्र हार्डिया, संजय शुक्ला, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, मनोज पटेल, विधायक विशाल पटेल, विनय बाकलीवाल, गौरव रणदिवे,  राजेश सोनकर, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र, आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर मनीष सिंह से इंदौर में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के प्रसार के कारणों के संबंध में सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि, सब्ज़ी विक्रेताओं, खानपान की जगहों से भी कोरोना के प्रसार की जानकारी मिली है। साथ ही आम नागरिकों के परस्पर बग़ैर सावधानी वाले मेल-मिलाप से भी स्थिति बिगड़ रही है। 56 दुकान, जेल रोड, सिंधी कॉलोनी स्थित मार्केट, चोइथराम मंडी जैसे स्थान कोरोना की दृष्टि से अधिक संवेदनशील बन रहे हैं। गत दिवस डॉक्टर्स के साथ हुई बैठक में यह अभिमत सामने आया था कि, इन्दौर में ऐसी परिस्थितियों में एक सप्ताह का लॉक डाउन किया जाना उचित रहेगा।
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि हमारी कोशिश है कि, सख्ती एवं चेतावनी के द्वारा शहर हित में स्थिति नियंत्रित रखी जाए परंतु परिस्थितियां गंभीर होने की दशा में
लॉकडाउन पर विचार किया जा सकता है। फिलहाल शहर में लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि लोगों द्वारा नियमों का उल्लंघन किए जाने के कारण संक्रमण बढ़ा हैं। ऐसे व्यक्ति जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उन पर अब सख्ती से कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा नियमों तथा शर्तों के पालन सहित कार्य संचालन की अनुमति प्राप्त की गई थी। नियमों का उल्लंघन करने की दिशा में पुलिस, नगर निगम तथा प्रशासन दुकान संचालकों पर निगरानी रखेगा तथा आवश्यक कार्यवाही करेगा।
उन्होंने बताया कि प्राय: यह देखने में आया है कि पिछले कुछ दिनों से व्यक्तियों द्वारा फार्म हाउस तथा होटल में पार्टी जैसी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ा है। इन गतिविधियों से संबंधित व्यक्तियों पर प्रशासन द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में जन प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि, इंदौर में एकदम से लॉकडाउन करने के स्थान पर एक सप्ताह के लिए कड़ी चेतावनी जारी की जाए। आम नागरिकों से एहतियात रखने को और नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा जाए। सभी दुकानदार और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी पूरी सावधानी से व्यापार करें। दुकानों को राइट और लेफ़्ट के पैटर्न पर खोला जाए साथ ही नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्यवाही सख़्ती से की जाए। जन प्रतिनिधियों द्वारा यह भी बताया गया कि, शादी ब्याह के लिए दी गई अनुमतियों में भी निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल हो रहे थे। कुछ ऐसी ही स्थिति शवयात्रा, उठावना इत्यादि में भी निर्मित हो रही है।
बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा कुछ और भी सुझाव दिए गये जिनके अनुसार शहर हित में अब लेफ्ट-राइट के सिद्धांत पर दुकान खोली जाएं, चालान की कार्यवाही तेज हो, स्ट्रिक्ट स्पॉट फाइन लगाया जाए, ऐसे स्थान जहां उल्लंघन ज्यादा हो रहा हैं, उन्हें बंद किया जाए, शहरवासियों को जागरूक करने हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में यह तथ्य भी संज्ञान में लाया गया कि अनेक स्थानों पर सब्ज़ी के लिए मिनी मंडियां खुल रही हैं। यहाँ पर भी भीड़ इकट्ठी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता के अभाव की जानकारी भी बैठक में दी गई। बताया गया है कि, गांवों में अनेक लोगों द्वारा मास्क का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
पोहे जलेबी की दुकान दिन के 12 बजे तक ही खुलेगी
रात्रि में दुकानों का बंद होने का समय 8 तक होगा
56 दुकान से टेकअवे हटाकर होम डिलीवरी सेवा शुरू होगी
बैठक में निर्णय लिया गया कि पोहे जलेबी तथा नाश्ते की दुकान दिन के 12 बजे तक ही खोली जा सकेगी। इसी प्रकार अन्य दुकानों के बंद होने का समय अब रात्रि 8 बजे तक किया गया है। बैठक में बताया गया कि प्रायः देखने में आया है कि 56 दुकान से टेक-अवे के पश्चात लोग आसपास ही बैठकर मास्क उतारकर नाश्ता आदि करते हैं जिससे नियमों का उल्लंघन होता है। अतः 56 दुकान से टेक-अवे हटाकर अब होम डिलीवरी की सेवा की अनुमति रहेगी।
गरीब बस्तियों में निशुल्क मास्क वितरण की होगी व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि, स्वयंसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों आदि के माध्यम से गरीब बस्तियों में निशुल्क मास्क वितरण की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही शासन के निर्देशानुसार नगर निगम द्वारा शहर के प्रमुख स्थानों, चौराहों आदि पर मास्क बेचने हेतु काउंटर लगाए जाएंगे जहां 20 रूपये प्रति मास्क की दर से मास्क खरीदा जा सकेगा।
बैठक में डॉ. निशांत खरे ने बताया कि, वर्तमान समय में शहर के सामने तीन विशेष चुनौतियां हैं। जिनमें ग्रामीण क्षेत्र, शहर का पूर्वी क्षेत्र तथा संभ्रांत कॉलोनी में संक्रमण शामिल है। इन क्षेत्रों में विशेष रूप से निगरानी और सावधानी रखा जाना आवश्यक है।
आपदा प्रबंधन समिति ने चर्चा के उपरांत इस बात पर सहमति जतायी कि, आम नागरिकों को यह स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि यदि उनके द्वारा नियमों का पालन नहीं किया गया और अपना आचरण नहीं सुधारा गया तो लॉकडाउन ही अंतिम विकल्प रहेगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि सभी राजनैतिक दल सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करेंगे और नियमों के उल्लंघन पर आयोजन कर्ताओं पर भी फ़ाइन की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में उक्त बिंदुओं के आधार पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री मनीष सिंह द्वारा एक विस्तृत आदेश जारी किया जाएगा।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि जिला प्रशासन तो अपना काम कर ही रहा है पर हम सभी जन प्रतिनिधियों की भी यह ज़िम्मेदारी है कि हम एक जनजागरण अभियान प्रारंभ करें। हम सभी राजनैतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को इस संबंध में नियमों के पालन के लिए भी पाबंद करें। बैठक में सभी जन प्रतिनिधियों द्वारा इंदौर में गत दिनों हुई लूट की घटनाओं पर पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के लिए डीआईजी हरि नारायण चारी मिश्र और पुलिस बल को बधाई दी गई।