नई दिल्ली: कोरोना का ख़तरा दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। कोरोना वैक्सीन बनाने के साथ ही इस महामारी पर कई तरह की रिसर्च की जा रही है। इसी बीच कोरोना संक्रमण पर स्टडी करने वाले एक प्रमुख वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है कि इस वायरस का असर अगले तीन साल तक हमारी जिंदगी पर रहेगा। जर्मनी के वायरोलॉजिस्ट हेन्ड्रिक स्ट्रीक ने कहा है कि आने वाले वक्त में कोरोना के संक्रमण बढ़ेंगे और इसे टालना संभव नहीं होगा।
जर्मनी के प्रमुख वायरोलॉजिस्ट और इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एंड एचआईवी रिसर्च के डायरेक्टर हेन्ड्रिक स्ट्रीक ने कहा कि वैक्सीन की कोई गारंटी नहीं है और लोगों को अपनी जिंदगी में बदलाव लाने के लिए तैयारी करनी चाहिए। स्ट्रीक ने कहा कि वे मानते हैं कि 2023 तक वायरस से हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
जर्मनी में सबसे अधिक कोरोना का कहर झेलने वाले जिले हेन्सबर्ग में हेन्ड्रिक स्ट्रीक की मदद से स्थानीय सरकार ने कई कदम उठाए हैं। स्ट्रीक की टीम ने जर्मनी में कोरोना वायरस को लेकर एक स्टडी भी की थी कि यह कैसे फैलता है और कैसे वायरस को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि घरों में हाउस पार्टी पर पाबंदी लगाकर वायरस के फैलाव को धीमा किया जा सकता है।
हेन्ड्रिक स्ट्रीक ने कहा कि यह वायरस गायब नहीं हो रहा है। यह अब हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा हो गया है। यह अगले तीन साल तक हमारे साथ रहेगा। इसके साथ जीने के लिए हमें रास्ते तलाशने होंगे।कोरोना वायरस एक्सपर्ट स्ट्रीक ने कहा कि तेजी से वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार घटनाओं को हमें रोकना होगा जहां काफी अधिक लोग जमा होते हैं।