IIM इंदौर में वरिष्ठ पेशेवरों के लिए रणनीति और नेतृत्व में कार्यकारी कार्यक्रम की शुरुआत

Rishabh
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आईआईएम इंदौर में वरिष्ठ व्यावसायिकों के लिए रणनीति और नेतृत्व में कार्यकारी कार्यक्रम की पहली बैच (Executive Certificate Programme in Strategy and Leadership for Senior Professionals) का शुभारम्भ 17 अप्रैल, 2021 को ऑनलाइन मोड में हुआ हुआ। इंजीनियरिंग, विज्ञान, वाणिज्य, कला और अन्य पृष्ठभूमि के 70 प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण किया है, जो टाइम्स TSW के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने किया।प्रोफेसर डी.एल. सुंदर और प्रोफेसर सुशांत कुमार मिश्रा (कार्यक्रम समन्वयक और संकाय, आईआईएम इंदौर); प्रोफेसर सुबीन सुधीर, चेयरपर्सन, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन, आईआईएम इंदौर; और श्री अनीश श्रीकृष्ण, प्रेसिडेंट और सीईओ, टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग भी इस मौके पर ऑनलाइन मोड में मौजूद रहे ।

प्रोफेसर राय ने अपने संबोधन में तीन महत्वपूर्ण कारकों को साझा किया जो नेतृत्व को प्रभावित करते हैं। ‘उद्देश्य (Purpose), जूनून (Passion), करुणा (Compassion) और धैर्य (Grit) ऐसे गुण हैं जो एक व्यक्ति को एक सफल लीडर और प्रबंधक बनाते हैं। आपको यह विचार करने की आवश्यकता है कि आप किस तरह की दुनिया में रहना चाहते हैं और अपने लिए वह संसार किस प्रकार बनाना चाहते हैं’, उन्होंने कहा  । उन्होंने बताया कि  एक लीडर की सोच को एक दृष्टि तक ही सीमित नहीं किया जा सकता है, बल्कि स्वयं में ‘उद्देश्य’ की भावना विकसित करने के लिए उसका कल्पनाशील होना भी आवश्यक है। ‘एक सफल लीडरअपने उद्देश्य को जानता है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ रहता है। आप एक या दो बार असफल हो सकते हैं – लेकिन मात्र गलती करने से आप असफल नहीं होंगे; आप असफल होंगे अगर आप प्रयास करना ही छोड़ दें’, उन्होंने समझाया। उन्होंने प्रतिभागियों को स्वयं में ‘जुनून’ और ‘करुणा’ विकसित करने, और अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए समर्पित रूप से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। आईआईएम इंदौर के मिशन को साझा करते हुए, प्रोफेसर राय ने यह भी कहा कि यह पाठ्यक्रम विश्व-स्तरीय है, प्रासंगिक है और प्रतिभागियों को सामाजिक रूप से जागरूक बनने में मदद करेगा। ‘कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प आपको ‘धैर्य’ प्रदान करते हैं; जो आपको सफल बनने में मदद करता है’, उन्होंने कहा ।

श्री श्रीकृष्ण ने नए बैच को शुभकानाएं दी । उन्होंने आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, ‘आईआईएम इंदौर भारत के शीर्ष बी-स्कूलों में से एक है और ट्रिपल क्राउन मान्यता प्राप्त दूसरा आईआईएम है । कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों के कौशल को सुधारना और नेतृत्व की बारीकियों को समझने में मदद करना, और संगठन में आवश्यक रणनीतिक कौशल विकसित करना है। पाठ्यक्रम में आईआईएम इंदौर संकाय द्वारा व्याख्यान और इंटरैक्टिव सेशन के साथ प्रतिभागियों की समझ को समृद्ध करेंगे ।

प्रोफेसर डी.एल. सुंदर और प्रोफेसर सुशांत कुमार मिश्रा ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रतिभागियों को बधाई दी। प्रोफेसर सुंदर ने प्रतिभागियों को अपने स्वयं के अनुभव को साथियों के साथ साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे उन्हें एक-दूसरे से सीखने में भी मदद मिलेगी। प्रोफेसर मिश्रा ने उल्लेख किया कि कार्यक्रम वीडियो-आधारित व्याख्यान और चर्चाओं के माध्यम से रणनीति और नेतृत्व के पहलुओं को समझने में मदद करेगा।

प्रोफेसर सुबीन सुधीर ने कहा कि इस महामारी ने हमें अपने कौशल को और बेहतर करने और व्यवस्थित तरीके से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के बारे में सोचने का समय प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि स्वयं की भूमिका और लक्ष्यों को समझना और विनम्र बने रहने की क्षमता और गरिमा के साथ सफलता और विफलता दोनों को अपनाना, एक व्यक्ति को पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से बढ़ने में मदद करता है और ये गुण विभिन्न वरिष्ठ नेतृत्व के पदों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

इस नए कार्यक्रम के पहले बैच में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के प्रतिभागी शामिल हैं।